ओपीडी सेवा ठप रही, सार्वजनिक माफी पर अड़े चिकित्सक
संवाद सहयोगी साहिबगंज सदर एसडीओ हेमंत सती द्वारा सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार के साथ किए
संवाद सहयोगी, साहिबगंज : सदर एसडीओ हेमंत सती द्वारा सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार के साथ किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में गुरुवार को दूसरे दिन भी जिले में ओपीडी सेवा ठप रही। इस वजह से सैकड़ों मरीजों को लौटना पड़ा। इस मुद्दे पर विचार करने के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में आइएमए व झासा की संयुक्त बैठक डा. विजय कुमार की अध्यक्षता में हुई। इसमें विवाद पर चर्चा हुई।
झासा के प्रमंडलीय उपाध्यक्ष डा. मोहन पासवान ने बताया कि बुधवार की शाम एसडीओ ने सिविल सर्जन से मुलाकात कर खेद जताया था। इसके बाद चिकित्सकों का एक बड़ा वर्ग मामले को समाप्त करने पर सहमत हो गया, लेकिन कुछ चिकित्सकों का कहना था कि जब एसडीओ ने सार्वजनिक रूप से सिविल सर्जन के साथ दुर्व्यवहार किया है तो उन्हें सार्वजनिक तौर पर ही खेद प्रकट करना चाहिए। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जबतक एसडीओ सार्वजनिक तौर पर खेद प्रकट नहीं करते हैं तब तक हम लोग हड़ताल पर रहेंगे। अंत में आइएमए अध्यक्ष डा. विजय कुमार ने कहा कि जब घटना सार्वजनिक हो चुकी है तो उसका समाधान भी सार्वजनिक रूप से होना उचित है। यह निर्णय लिया कि घटना जहां हुई वहीं पर पांच चिकित्सकों व पांच वरीय पदाधिकारियों के समक्ष एसडीओ खेद प्रकट करें। यह भी तय करें कि दोबारा इस प्रकार की अभद्र भाषा का उपयोग नहीं करेंगे। दुर्भावना से ग्रस्त होकर किसी भी स्वास्थ्य कर्मी पर कार्रवाई नहीं करेंगे तभी हम लोग आंदोलन को वापस लेंगे।
मौके पर डीएस डा. आनंद मोहन, डा. मोहन पासवान, डा. थामस मुर्मू, डा. रणविजय, डा. इकबाल्र, डा. राजेश कुमार आदि मौजूद थे।
राजमहल : सिविल सर्जन के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में गुरुवार को भी अनुमंडलीय अस्पताल के सभी चिकित्सक हड़ताल पर रहे और ओपीडी सेवा बंद रखी। अस्पताल उपाधीक्षक डा. संजय कुमार की अगुवाई में चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने एकजुटता दिखाते हुए इमरजेंसी सेवा तथा कोरोना से जुड़ी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी सेवाएं बंद रखी। मौके पर चिकित्सक डा. अंजुएल मोहन, कर्मी शंकर प्रसाद सिंह, अमित कुमार, फेकन घोष, सुशीला कुमारी आदि थे।
बोरियो : सीएचसी के सभी चिकित्सक गुरुवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। दूर दराज गांवों से आने वाले मरीजों को काफी परेशानी हुई। सीएचसी प्रभारी डा. बीडी मुर्मू ने बताया कि इमरजेंसी सेवा छोड़ कर अन्य स्वास्थ्य सेवाएं ठप रही। हड़ताल पर रहने वालों में सीएचसी प्रभारी डा. बीडी मुर्मू, डा. सुदामा साह, डा. विवेक भारती, डा. विनोद कुमार, एएनएम सलिता, रंजना कुमारी, रिकू, प्रवीण कुमार, सीएचओ निर्मला खेश, बिनीता, बद्री, भागू आदि थे।
बरहेट : बरहेट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप रही। ओपीडी सेवा बाधित रहने से आमलोग काफी परेशान हुए। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. संतोष टुडू ने कहा कि इमरजेंसी सेवाओं के साथ वैक्सीनेशन सहित अन्य कार्यक्रम सुचारू रूप से चल रहे हैं। डा. चंदन कुमार, डा. दिलीप कुमार आदि थे।
क्या है मामला : 26 जुलाई को स्वतंत्रता दिवस की तैयारी के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में डीसी रामनिवास यादव की अध्यक्षता में बैठक चल रही थी। इसी दौरान सदर एसडीओ हेमंत सती व सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार के बीच नोंकझोक हो गई थी। सिविल सर्जन का कहना है कि एसडीओ ने उन्हें जूता से मारने की बात कही। इस घटना के विरोध में बुधवार से जिलेभर में ओपीडी सेवा बंद है। ओपीडी बंद रहने से लौटे मरीज
साहिबगंज : सविल सर्जन डा. अरविद कुमार के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में गुरुवार को दूसरे दिन भी सदर अस्पताल की ओपीडी सेवा बाधित रही। इस दौरान इमरजेंसी कार्य सुचारू रूप से चलता रहा। दुर्घटना में घायलों तथा गंभीर रूप से बीमार लोगों का इलाज इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक द्वारा किया जा रहा था। सर्दी, खासी, बुखार जैसी बीमारी का इलाज कराने आए लोगों को लौटना पड़ा। कुछ लोगों ने निजी क्लिनिकों में अपना इलाज कराया। दूसरे दिन भी स्वास्थ्य कर्मियों ने काला बिल्ला लगा कर विरोध प्रकट किया। बरहड़वा में एमआर एसोसिएशन ने किया प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, कोटालपोखर (साहिबगंज) :सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में गुरुवार को एमआर एसोसिएशन ने बरहड़वा स्टेशन चौक पर प्रदर्शन किया। एसोसिएशन बरहरवा के अध्यक्ष मोहन कुमार ने कहा कि ऐसे पदाधिकारी से जनता का भला नहीं हो सकता है। जो पदाधिकारी सिविल सर्जन के साथ दुर्व्यवहार कर सकता है वह आम जनता के साथ क्या सलूक करता होगा। एमआर एसोसिएशन इस तरह की घटना को कड़ी निदा करते हुए झारखंड सरकार से एसडीओ हेमंत सती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर एसोसिएशन के सचिव दिव्यानन्द, वरिष्ठ दवा प्रतिनिधि कमल सिंह, विशेश्वर दास, चंदन गुप्ता, कौशल तिवारी, अमित गुप्ता, सरोज झा, आशीष दास, अजमल, प्रभाष, ललन, मोनू, विष्णु, रोशन, गौतम आदि थे।