एक बार में 20 श्रद्धालु ही कर पाएंगे आराधना

संवाद सहयोगी साहिबगंज दुर्गा पूजा की बाबत लोगों में काफी उत्साह है। बाजारों में लोगों की

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 11:02 PM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 11:02 PM (IST)
एक बार में 20 श्रद्धालु ही कर पाएंगे आराधना
एक बार में 20 श्रद्धालु ही कर पाएंगे आराधना

संवाद सहयोगी, साहिबगंज: दुर्गा पूजा की बाबत लोगों में काफी उत्साह है। बाजारों में लोगों की चहल पहल बढ़ गई है। लोग जम कर खरीददारी कर रहे है। पूजा पंडालों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। प्रतिमाओं को भी कलाकार अंतिम रूप देने की तैयारी में हैं। शहर में एक दर्जन स्थानों पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है।

दहला दुर्गा पूजा समिति भी दुर्गोत्सव की तैयारी में जुटी है। सरकारी दिशा निर्देशों का पालन कर प्रतिमा व पंडाल बनाई जा रही है। दहला दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष पुतुल बाबा, सचिव लक्ष्मण यादव तथा महासचिव आनंद चौधरी ने बताया कि कोरोना काल की वजह से इस बार भी सादगी से पूजा अर्चना की जाएगी। पूजा के लिए मात्र तीन लाख का बजट बनाया गया है।

आनंद चौधरी ने बताया कि पूजा समिति सरकारी गाइड लाइन के तहत पूजा करा रही है। मां के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के लिए मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था है। एक बार में मात्र 20 लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा, ताकि कोरोना गाइड लाइन का पालन हो सके।

-----------------

मां कुष्मांडा की आराधना से प्राप्त होती हैं सिद्धियां

संवाद सहयोगी, साहिबगंज: रविवार को मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप मां कूष्मांडा की पूजा अर्चना की गई। सभी पूजा पंडालों में भक्तों की भीड़ देखी गई। घरों में भी भक्तों ने मां के चौथे स्वरूप की पूजा की। माना जाता है कि मां दुर्गा ने ब्रह्मांड की रचना की थी। इसी कारण उन्हें कूष्मांडा कहा जाता है। पुजारी के अनुसार इनके स्वरूप का वर्णन करते हुए शास्त्रों में कहा गया है कि इनकी आठ भुजाएं हैं और ये सिंह पर सवार हैं। मां कूष्मांडा के सात हाथों में चक्र, गदा, धनुष, कमण्डल, अमृत से भरा हुआ कलश, बाण और कमल का फूल है तथा आठवें हाथ में जपमाला। इनकी पूजा-अर्चना करने से भक्तों को सभी सिद्धियां प्राप्त होती हैं। लोग निरोगी होते हैं और आयु व यश में वृद्धि होती है।

chat bot
आपका साथी