निरोग काया के लिए मां की आराधना

संवाद सहयोगी साहिबगंज/कोटालपोखर नवरात्र के चौथे दिन शुक्रवार को जिले के विभिन्न मंदिर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 07:46 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 07:46 PM (IST)
निरोग काया के लिए मां की आराधना
निरोग काया के लिए मां की आराधना

संवाद सहयोगी, साहिबगंज/कोटालपोखर : नवरात्र के चौथे दिन शुक्रवार को जिले के विभिन्न मंदिरों व पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा अर्चना की गई। बरहड़वा विदुधाम स्थित बिदुवासिनी मंदिर के प्रांगण में पुरोहित मनोज झा ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा की। चैत्र नवरात्र पर मां दुर्गा की पूजा, वैदिक मंत्रोच्चार, शंख की ध्वनि से क्षेत्र में भक्ति का माहौल बना हुआ है। मंदिर के अलावा प्रखंड के बरहड़वा नगर पंचायत क्षेत्र, कोटालपोखर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र शुक्रवासिनी आदि अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में अपने आवास में भी भक्त नवरात्र का पाठ कर रहे हैं।

ब्रह्मांड की उत्पत्ति करने के कारण देवी के इस रूप को कुष्मांडा कहा गया है। मां कुष्मांडा की आठ भुजाएं है। इनके हाथों में कमंडल, धनुष, बाण, कमल- पुष्प, अमृत पूर्ण कलश, चक्र, गदा, व जप माला, देवी का वाहन सिंह है। पुरोहित मनोज झा कहते है कि मां कुष्मांडा की उपासना से भक्तों की सभी सिद्धियां मिलती हैं। मां कुष्मांडा की कृपा से लोग निरोग होते हैं। आयु और यश की वृद्धि होती है। शांत व संयम होकर भक्तिभाव से मां कुष्मांडा की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

मंडरो : मिर्जाचौकी रेलवे फाटक के समीप स्थित चैती दुर्गा मंदिर में भी शुक्रवार को मां दुर्गे की आरती की गई। छोटे छोटे बच्चों ने मां से कोरोना महामारी से बचाने के लिए प्रार्थना की। महिलाओं ने नवरात्रि व्रत रख देवी से समाज मे रोगमुक्त करने एवं सुख, शांति की कामना की।

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