मूल्यों की रक्षा के लिए भगवान ने लिया अवतार
संवाद सहयोगी साहिबगंज माघी पूर्णिमा पर शहर के गांधी चौक स्थित कबीर आश्रम में सत्संग व भंड
संवाद सहयोगी, साहिबगंज : माघी पूर्णिमा पर शहर के गांधी चौक स्थित कबीर आश्रम में सत्संग व भंडारा हुआ। इसमें शहर के अलावा आसपास के साधु-संतों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम के पूर्व जिरवाबाड़ी स्थित आश्रम से शोभायात्रा निकाली गई। सुभाष चौक, कॉलेज रोड, ग्रीन होटल, स्टेशन चौक, पटेल चौक होते हुए कबीर आश्रम में पहुंची। मुख्य वक्ता संत रामानंद साहेब ने बताया कि हमारा अतीत नैतिक मूल्यों से भरा पड़ा है। कहा कि द्वापर में भगवान श्रीकृष्ण ने मूल्यों की रक्षा के लिए ही धरती पर अवतार लिया। बाल सखा सुदामा की दयनीय स्थिति को देखते हुए रोने लगे थे। श्रीकृष्ण की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि वे क्रोध नहीं बल्कि प्रसन्न रहते थे और समस्या का समाधान अपनी सूझबूझ से करते थे। हमें समस्या से भागने के बदले लड़ने की सीख मिलती है। भारत देश पौराणिक कथाओं से भरा पड़ा है। इन कथाओं के पढ़ने और सुनने से हमें समाज के उत्थान के संदेश भी मिलता है। मौके पर संत हिरण साध्वी, संत मदावती दासिन, संत शोभा दासिन, गोपाल साहेब, किस्तो साहेब, संत रामचंद्र साहेब, जीवन साहेब, विष्णु देव साहेब, सुनीता दासीन, जगदीश साहेब आदि उपस्थित थे।