साहिबगंज में बाढ़ में घिरे 35 हजार लोग

जाटी कोटालपोखर/साहिबगंज गुमानी व करनी नदी में उफान ने बरहड़वा व पतना प्रखंड में तबाह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 07:50 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 05:15 AM (IST)
साहिबगंज में बाढ़ में घिरे 35 हजार लोग
साहिबगंज में बाढ़ में घिरे 35 हजार लोग

जाटी, कोटालपोखर/साहिबगंज : गुमानी व करनी नदी में उफान ने बरहड़वा व पतना प्रखंड में तबाही मचा दी। सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। हजारों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई है। सड़कों पर पानी चढ़ने से बरहड़वा प्रखंड का संपर्क पाकुड़ व पश्चिम बंगाल से टूट गया है। बड़हड़वा की 29 पंचायत में से 20 बाढ़ से प्रभावित हुई है। इनमें करीब 10 पंचायतों की स्थिति बेहद खराब है। यहां की करीब 30 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। पतना प्रखंड की 13 पंचायत में से तीन पंचायत बाढ़ से प्रभावित हुई है। इनमें शिवापहाड़ ज्यादा प्रभावित है। अर्जुनपुर व शहरी पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित हुई है। इस प्रखंड की पांच हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। बरहड़वा-पाकुड़ मुख्य पथ पर ढाटापाड़ा गांव के निकट करनी नदी पर बने पुल और इसी मार्ग पर महाराजपुर से भीमपाड़ा तक सड़क डूब गई है।

पतना-हिरणपुर पथ पर शिवापहाड़ से बीर ग्राम के बीच जलजमाव के कारण वाहनों का परिचालन ठप रहा। बरहड़वा-फरक्का सड़क मार्ग पर घोटाईपाड़ा कटान के पास सड़क पर तेज रफ्तार से पानी बहने के कारण दर्जनों पत्थर लदे ट्रक फंसे हुए हैं। कोटालपोखर-फरक्का मार्ग पर सुजना से बरहमघाट तक जलजमाव से परिचालन बंद रहा। कई पंचायत का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है।

चोलिया, नकसीमल, विनोदपुर, सलालपचर, डोमपाड़ा सहित कई गांव टापू में तब्दील हो गया है। बरहड़वा प्रखंड क्षेत्र के श्रीकुंड, पठानटोली, चाकपाड़ा, कांकजोल, दरियापुर, जमालपुर, हरिहरा, सलालपुर, नकसीमल, विनोदपुर सहित पतना व बरहड़वा प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों गांव में पानी घुस गया है। गुरुवार को कई घरों में चूल्हा नहीं जला। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने गुरुवार को उपायुक्त चितरंजन कुमार से वार्ता कर राहत कार्य चलाने का निर्देश दिया है। उपायुक्त ने गुरुवार को ही सभी बीडीओ व सीओ की बैठक बुलाई है। प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे का निर्देश बीडीओ ने दिया है।

-----------

सभी बीडीओ व सीओ को बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है। कुछ कच्चे मकानों के गिरने की सूचना मिली है उन्हें तत्काल तिरपाल व खाद्यान्न उपलब्ध कराने को कहा गया है। फसल की क्षति का आकलन कर प्रस्ताव सरकार को भेज दिया जाएगा। वहां से राशि मिलने के बाद उसका वितरण कराया जाएगा।

चितरंजन कुमार, उपायुक्त, साहिबगंज।

chat bot
आपका साथी