डीपीटी टीका लगने के बाद बच्चे की मौत, हंगामा
बरहड़वा अनुसूचित जाति टोला निवासी रतन रविदास के डेढ़ साल के बेटे अमर कुमार की मौत गुरुवार की सुबह हो गई। उसे बुधवार को एएनएम मालती मुर्मू ने डीपीटी सहित अन्य टीका लगाया था। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। सुबह में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहड़वा लाने पर चिकित्सक ने बचे को मृत घोषित कर दिया।
संवाद सहयोगी, कोटालपोखर (साहिबगंज) : बरहड़वा अनुसूचित जाति टोला निवासी रतन रविदास के डेढ़ साल के बेटे अमर कुमार की मौत गुरुवार की सुबह हो गई। उसे बुधवार को एएनएम मालती मुर्मू ने डीपीटी सहित अन्य टीका लगाया था। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। सुबह में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहड़वा लाने पर चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। स्वजनों ने चिकित्सक व नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में आवेदन दिया है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
रतन रविदास ने पुलिस को बताया कि 21 जनवरी को 2021 को मेरे स्वस्थ बेटे अमर कुमार को एएनएम मालती मुर्मू ने 16-24 महीने के बीच पड़ने वाले डीपीटी बुस्टर सहित अन्य तीन टीका लगाया। इसके बाद रात में धीरे धीरे अमर कुमार की स्थिति बिगड़ने लगी। लगभग 3:30 बजे भोर में बच्चे को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहड़वा पहुंचा। वहां कोई डॉक्टर नहीं था। इसकी सूचना तुरंत चिकित्सा प्रभारी डॉ. सरिता टुडू को दी लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। डॉक्टर सरिता टुडू लगभग डेढ़ घंटा बाद करीब पांच बजे सुबह हॉस्पिटल पहुंची और जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। स्वजनों का आरोप है कि एएनएम मालती मुर्मू ने गलत टीका लगाया जिससे बच्चे की स्थिति बिगड़ गई। हॉस्पिटल पहुंचने के बाद अगर वहां डॉक्टर रहता और बच्चे का समय पर इलाज होता तो शायद मेरा पुत्र बच जाता। डाक्टर व एएनएम की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है। इसलिए उन लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए। इधर, बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया। इसके बाद शव लेकर घर लौट गए। घटना की सूचना मिलते ही बरहड़वा प्रभाग के पुलिस इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार पुलिस बल के साथ के साथ अनुसूचित जाति टोला पहुंचे और मामले की जानकारी ली। शव को पोस्टमार्टम के लिए राजमहल अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार ने कहा कि मृतक बच्चे के पिता रतन रविदास ने आवेदन दिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। चिकित्सा प्रभारी सरिता टुडू ने कहा कि बच्चे के पिता ने डॉक्टर और एएनएम पर जो भी आरोप लगाया है वह बेबुनियाद है। बच्चे की मौत टीके की वजह से नहीं हुआ है। मुझे पांच बजे फोन पर जानकारी दी गई। सूचना मिलने के तुरंत वाद मैं अस्पताल पहुंची। मेरे पहुंचने से पहले की बच्चे की मौत हो चुकी थी।