एड्स कोई छुआछूत की बीमारी नहीं

वश्व एड्स दिवस पर मंगलवार को सदर अस्पताल प्रांगण में एआरटी आइसीटीसी एवं मंथन टीआइ के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 08:52 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 08:52 PM (IST)
एड्स कोई छुआछूत की बीमारी नहीं
एड्स कोई छुआछूत की बीमारी नहीं

संवाद सहयोगी, साहिबगंज : विश्व एड्स दिवस पर मंगलवार को सदर अस्पताल प्रांगण में एआरटी, आइसीटीसी एवं मंथन टीआइ के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रंगोली बनाकर की गई। वहीं स्लोगन द्वारा लोगों को जागरूक करने का कार्य किया गया। डा. थोमस मुर्मू ने कहा कि जानकारी ही एड्स से बचाव संभव है। एड्स कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है। कडोम का प्रयोग कर एवं एचआइवी की जांच कर इससे बचा जा सकता है। एचआइवी संक्रमित गर्भवती महिला से उसके बच्चे में संक्रमण हो सकता है। अगर महिला एचआइवी एड्स संक्रमित है तो स्तनपान कराने से भी बच्चे एचआइवी संक्रमित हो सकते हैं। वही एआरटी डिस्ट्रिक्ट डाटा मैनेजर स्वीटी कुमारी ने कहा कि स्वयं सेवी रक्तदाताओं के खून की एनएटी जांच के बाद किसी को खून देना एचआइवी को फैलने से रोकने का सुरक्षित तरीका है। एड्स का न ही कोई इलाज है और न ही इसकी कोई वैक्सीन है। सुरक्षित यौन संबंध नहीं इसका एक ही उपाय है। तत्पश्चात मंथन संस्था के बैनर तले ब्लड डोनेशन कैंप का भी आयोजन किया गया। जिसमें लोगों ने हर्षोल्लास से भाग लिया और रक्तदान करने का संकल्प लिया,रक्त दान महादान है। जिससे किसी को नई जिदगी दी जा सकती है व किसी की जान बचाई जा सकती है। वही कार्यक्रम में परियोजना प्रबंधक पंकज कुमार,आईसीटीसी से बसंत कुमार महतो श्वेतांबर सिन्हा, एआरटी के स्वीटी कुमारी, मोहम्मद अफरोज, महताब अंसारी, नेहा कुमारी, निभा कुमारी आदि मौजूद रहे।

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