टेबो बास्को पहाड़ पहुंचा प्रशासनिक अमला

आदिम जनजाति के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत की सूचना पर प्रशासनिक अमला मंगलवार को पहाड़ पर स्थित टेबो बास्को गांव पहुंचा। डीसी समेत अन्य अधिकारियों ने गांव की स्थित का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 10:36 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 10:36 PM (IST)
टेबो बास्को पहाड़ पहुंचा प्रशासनिक अमला
टेबो बास्को पहाड़ पहुंचा प्रशासनिक अमला

संवाद सहयोगी, तालझारी (साहिबगंज) : आदिम जनजाति के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत की सूचना पर प्रशासनिक अमला मंगलवार को पहाड़ पर स्थित टेबो बास्को गांव पहुंचा। डीसी समेत अन्य अधिकारियों ने गांव की स्थित का जायजा लिया। यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार की शाम से ही कैंप कर रही है। सदर अस्पताल में भर्ती बच्चों की हालत में अब सुधार है। वहीं गांव में तीनों मौत डायरिया से हुई है अथवा फूड प्वाइजनिग से यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है।

उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि टेबो बास्को गांव में सात-आठ परिवार रहते है। इनमें से एक परिवार के तीन लोग बुखार से पीड़ित हैं। देखने से ही प्रतीत होता है कि इन्हें बुखार है। शरीर कमजोर है, लेकिन डायरिया का कोई लक्षण इन लोगों में नहीं है। यहां पेयजल की अच्छी व्यवस्था है। सोलर सिस्टम से पानी पहुंच रहा है। अचानक तीन लोगों की मौत होने की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है। घटना दु:खद है। इनकी मौत किन कारणों से हुई है यह जांच का विषय है। हालांकि, गांव के लोगों का कहना है कि इन्हें डायरिया हुआ था, परंतु प्रथम ²ष्टया ऐसा प्रतीत नहीं होता है। संभवत: इन लोगों की मौत फूड प्वाइजनिग के कारण हुई होगी। गांव के कुछ लोग अस्पताल में भर्ती है। इनकी जांच के बाद स्पष्ट होगा कि इनकी मौत कैसे हुई है। अनाथ हो चुके बच्चे को समेकित बाल संरक्षण योजना से लाभान्वित की जाएगी। इसके तहत दो हजार रुपये प्रतिमाह देने का प्रावधान है। इससे बच्चे का पालन पोषण अच्छे से होगा। इसके लिए उनके अभिभावक के रूप में चाचा अथवा आंगनबाड़ी सेविका को भी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

बाइक से हउपायुक्त पहुंचे टेबो बास्को पहाड़ : टेबो बास्को पहाड़ निवासी मंडल पहाड़िया, पत्नी धरमी पहाड़िन व भाई जोजो पहाड़िया की मौत की खबर मिलते ही उपायुक्त रामनिवास यादव मंगलवार को गांव पहुंचे। टेबो बास्को गांव मुख्य सड़क से करीब दस किलोमीटर दूर पहाड़ पर अवस्थित है। वहां तक पहुंचने के लिए बाइक ही एकमात्र सवारी है। कोई और उपाय न देकर उपायुक्त ने बाइक से ही जाने का निर्णय लिया। उपायुक्त को बाइक से जाते देख अन्य पदाधिकारियों में हड़कंप मच गया। उनके पीछे जाने के लिए जुगाड़ खोजने लगे। बाद में कुछ अन्य लोग बाइक से पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम का नेतृत्व कर रहे सीएचसी तालझारी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रंजन कुमार, सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार आदि ट्रैक्टर से टेबो बास्को पहाड़ पहुंचे। इसके बाद अन्य विभाग के अधिकारी भी पहुंच गए।

आंगनबाड़ी में राशन नहीं देख सेविका को लगाई फटकार

उपायुक्त ने यहां ग्रामीणों से उनके रहन सहन व सरकार से मिलने वाली योजनाओं के संबंध में जानकारी ली। यहां आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करते हुए स्टाक को देखा। स्टाक में राशन नहीं देख सेविका को फटकार लगाई। कहा कि सही तरीके से राशन का वितरण नहीं कराया जा रहा है। महिला पर्यवेक्षिका से इस संबंध में जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।

झरना का पानी पीते लोग : पहाड़ पर सोलर पंप की व्यवस्था जरूर है परंतु अब भी वहां के ग्रामीण झरना का ही पानी पीते हैं। पंप का पानी उनलोगों को अच्छा नहीं लगता। उपायुक्त ने वैसे सोलर पंप के पानी को सुरक्षित बताया लेकिन पानी देखकर स्पष्ट हो रहा था कि वह पीने लायक नहीं है। पानी का रंग लाल जैसा था। संभवत: गंदगी के कारण पानी का रंग वैसा हो गया था। पहाड़िया समुदाय के लोग आज भी जानवरों को मारकर खा जाते हैं। मंगलवार को जिस समय स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची उस समय एक बालक एक चिड़िया को मारकर खाने के लिए ले जा रहा था।

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