दो माह में जिले में 534 लोगों की मौत

डॉ. प्रणेश साहिबगंज इस वर्ष एक मार्च से 2

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:34 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:34 PM (IST)
दो माह में जिले में 534 लोगों की मौत
दो माह में जिले में 534 लोगों की मौत

डॉ. प्रणेश, साहिबगंज : इस वर्ष एक मार्च से 28 अप्रैल के बीच जिले में विभिन्न कारणों से 534 लोगों की मौत हुई है। इनमें सर्वाधिक 145 लोगों की मौत बरहड़वा प्रखंड में हुई है। सामान्य दिनों में माह में 140-150 लोगों की मौत जिले में होती है। इस प्रकार दो माह में अधिकतम 300 मौत होनी चाहिए। यह आंकड़ा कोरोना की वजह से बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है।

संभव है लोग कोरोना संक्रमित हुए हों, लेकिन स्वजन उसके लक्षणों को पहचान नहीं पाए हों और कोरोना की जांच न करायी और बाद में मरीज की मौत हो गई। वैसे अस्पतालों के रिकार्ड के अनुसार विगत दो माह में कोरोना से करीब 20 लोगों की मौत हुई है। फरवरी 2021 तक कोरोना से नौ लोगों की मौत जिले में हुई थी। मार्च के अंत में यह आंकड़ा बढ़कर 11 और 30 अप्रैल को यह आंकड़ा 30 पर पहुंच गया था। यानी केवल अप्रैल माह में जिले में कोरोना से 19 लोगों की मौत दर्ज की गई। यह स्थिति तब है जब जिले में मौत की दर सूबे में सबसे कम है। अन्य जिलों का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर सर्वे : पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेसिग की थी। इस दौरान उन्होंने साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव को ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया था। उन्होंने बताया था कि संभव हो कि ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही मौत की सूचना प्रशासन तक नहीं पहुंच रही हो। इसके बाद उपायुक्त ने सेविका व सहिया के माध्यम से एक मार्च के बाद से हुई मौत का सर्वे कराया। इस दौरान यह तथ्य सामने आया। स्वजनों से मौत का कारण भी पूछा गया। कई लोगों ने सांस लेने में तकलीफ होने, बुखार व खांसी, कैंसर, टीबी, टाइफाइड से मौत होने की बात कही है। जिले में करीब आधा दर्जन लोगों की मौत कैंसर तो आधा दर्जन लोगों की मौत टीबी से भी होने की बात सामने आयी है। इसके बाद अब जिला प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की जांच पर जोर दे रहा है। इसके लिए प्रखंडों में कैंप लगाए जा रहे हैं।

करीब नौ लाख लोगों का किया गया सर्वे : आठ लाख 97 हजार 740 लोगों का सर्वे किया गया। इनमें एक लाख 73 हजार 46 घर व दो लाख 39 हजार 99 परिवार थे। इस सर्वे के दौरान 1140 लोगों ने सूखी खांसी, बुखार, सर्दी एवं सांस लेने में परेशानी होने की बात कही। 43 लोगों में कोरोना के लक्षण भी मिले। 212 लोग इस अवधि में दूसरे प्रदेशों से आए। इनमें बाहर से आनेवालों में सर्वाधिक 120 लोग मंडरो के थे। आंकड़ों के अनुसार साहिबगंज, बरहेट, बरहड़वा व तालझारी में एक भी व्यक्ति बाहर से नहीं आए।

किस प्रखंड में कितने लोगों की मौत

प्रखंड कुल मौत कोरोना से मौत अब तक

बरहड़वा 145 05

बरहेट 41 00

मंडरो 30 00

बोरियो 70 00

राजमहल 49 --

पतना 52 02

साहिबगंज 65 12

तालझारी 25 02

उधवा 57 --

नोट : उधवा व राजमहल में कोरोना से 10 लोगों की मौत हुई है। आंकड़ा संयुक्त रूप से है।

-----

उपायुक्त के निर्देश पर सेविका व सहिया के माध्यम से घर-घर सर्वे कराया गया। इस दौरान एक मार्च से 28 अप्रैल तक विभिन्न कारणों से 534 लोगों की मौत की बात सामने आयी है। रिपोर्ट उपायुक्त को सौंप दी गई है। सेविका व सहिया के माध्यम से लगातार गांवों से रिपोर्ट ली जा रही है।

इंदु प्रभा खलखो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, साहिबगंज

chat bot
आपका साथी