चोरी के शक में पुलिस ने युवक को लात-घूसे से पीटा, सांस अटकी तो रिम्स में कराया भर्ती Ranchi News

Jharkhand Hindi News Ranchi Crime News मामला रांची का है। सिंहमोड़ स्थित टोकड़ी मॉल से चोरी के मामले में पुलिस पर 11 सितंबर से लगातार पूछताछ के नाम पर मारपीट का आरोप है। बेटे को अस्पताल में बेसुध पड़ा देख उसकी मां गीता देवी काफी रो रही है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 03:52 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 06:56 PM (IST)
चोरी के शक में पुलिस ने युवक को लात-घूसे से पीटा, सांस अटकी तो रिम्स में कराया भर्ती Ranchi News
Jharkhand Hindi News, Ranchi Crime News मामला रांची का है। युवक अस्‍पताल में भर्ती है।

रांची, जासं। रांची पुलिस की छानबीन का तरीका बहुत ही बेरहम है। एक मॉल में चोरी के नाम पर पुलिस ने एक युवक की इतनी पिटाई कर दी कि उसे रिम्स अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा है। मामला जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र का है। थाना क्षेत्र के सिंहमोड़ स्थित टोकड़ी मॉल नामक एक दुकान में चोरी हुई थी। चोरी की छानबीन को लेकर बरझोपड़ी लाइटहाउस निवासी संदीप राम को पुलिस 11 सितंबर की रात करीब 11:30 बजे पकड़ कर थाने ले आई।

पूछताछ में संदीप ने चोरी में शामिल होने से साफ तौर पर इंकार कर दिया। दूसरे दिन पुलिस ने रोज थाने में हाजि‍री लगाने की शर्त पर छोड़ दिया। इसके बाद से संदीप प्रतिदिन थाना हाजि‍री लगाने आता था। इस बीच पुलिस रोज उसके साथ मारपीट करती थी। गुरुवार को पिटाई से संदीप की सांस अटक गई। इसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में संदीप को रिम्स में इमरजेंसी में एडमिट करा दिया।

संदीप की मां का आरोप- गला दबाकर और लात से मारा, इस कारण बिगडी स्थिति

संदीप की मां गीता देवी ने बताया कि हाजिरी लगाने के लिए वह खुद अपने बेटे संदीप के साथ थाने आती थी। जब भी वह थाने में आता, जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अभय कुमार सिंह एवं एसआइ अंकु कुमार जमकर मारपीट करते। संदीप और मैं खुद पुलिस से हाथ जोड़कर विनती करते रहते, लेकिन पुलिस लगातार पीटती रहती थी।

गुरुवार को भी जैसे ही संदीप थाने में आया, थाना प्रभारी ने कहा कि मेरी टोपी लेकर आओ। वह जैसे ही टोपी लेकर आया, उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। थाना प्रभारी एवं अन्य पुलिसकर्मियों ने उसका गला दबा दिया। पुलिसकर्मी लात से उसे मार रहे थे। ऐसा करने पर संदीप बेहोश होकर गिर गया।

अगर मेरे बेटे ने चोरी की है, तो पुलिस मुझसे पैसे ले ले, पर जान बख्श दे

बेटे को अस्पताल में बेसुध पड़ा देख गीता देवी काफी रो रही है। उसने कहा कि मेरा बेटा चोरी नहीं कर सकता है। किसी के पास कोई प्रमाण नहीं है। अगर पुलिस को लगता है कि मेरे बेटे ने चोरी की है, तो मुझे बताएं। मैं जहां से भी होगा, पैसे का इंतजाम करके दे दूंगी। अब पुलिस मेरे बेटे की जान बख्श दे।

सेना में दौड़ की तैयारी करता है, सुबह में बेचता अखबार

गीता देवी ने बताया कि संदीप सेना में बहाली की तैयारी करता है। वहीं घर का खर्च चलाने के लिए सुबह में अखबार बेचता है।

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