Covid Vaccination: गांव में वैक्सीन लगवाने पहुंचे युवा वैज्ञानिक सिद्धार्थ तो टीकाकरण के लिए लग गई कतार

Covid Vaccination जेनेवा में ब्रह्मांड की खोज से जुड़े जिले के युवा वैज्ञानिक डा सिद्धार्थ प्रसाद ने जब अपने गांव कोनबेगी में वैक्सीन ली तो न सिर्फ लोग प्रेरित हुए बल्कि उसी शिविर में रिकार्ड 160 लोगों ने टीकाकरण कराया। वे अक्सर शोध के लिए जेनेवा जाते रहे हैं।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Sat, 29 May 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sat, 29 May 2021 10:59 PM (IST)
Covid Vaccination: गांव में वैक्सीन लगवाने पहुंचे युवा वैज्ञानिक सिद्धार्थ तो टीकाकरण के लिए लग गई कतार
युवा वैज्ञानिक डा सिद्धार्थ प्रसाद ने अपने गांव कोनबेगी में वैक्सीन ली।

सिमडेगा [वाचस्पति मिश्र]। जेनेवा में ब्रह्मांड की खोज से जुड़े जिले के युवा वैज्ञानिक डा सिद्धार्थ प्रसाद ने जब अपने गांव कोनबेगी में वैक्सीन ली, तो न सिर्फ लोग प्रेरित हुए, बल्कि उसी शिविर में रिकार्ड 160 लोगों ने टीकाकरण कराया। डा सिद्धार्थ अभी कोलकाता के प्रसिद्ध बोस इंस्टीट्यूट में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर पदस्थापित हैं। वे अक्सर शोध के लिए जेनेवा जाते रहे हैं। हाल ही में वे कोलकाता से घर आए हैं।

उन्हें पता चला कि गांवों में लोग वैक्सीन लेने से परहेज कर रहे हैं। गांवों में कोरोना टीकाकरण को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां फैली हैं। तब डा.  सिद्धार्थ ने न सिर्फ गांव में जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया, बल्कि उन्हें यह भी आश्वस्त किया कि वे भी लोगों के साथ गांव में ही कोरोना का टीका लेंगे। शनिवार को उन्होंने कोनबेगी गांव में लगा विशेष कैंप में पहुंचकर वैक्सीन ली। इसके बाद तो कैंप में वैक्सीन लेने के लिए लोगों की कतार ही लग गई।

विदित हो कि डा सिद्धार्थ के पिता कृष्णा प्रसाद पूर्व में पंचायत के मुखिया रहे हैं। वहीं डा सिद्धार्थ के बड़े भाई मनोज कोनबेगी हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष के साथ कई अन्य खेल संघों से  जुड़े हैं। मौके पर उनके साथ डीडीसी अरुण वाल्टर सांगा, बीडीओ मनोज कुर्मा, मतियस बागे समेत कई अधिकारी व लोग उपस्थित थे। डीडीसी अरुण वाल्टर सांगा ने कहा कि डा सिद्धार्थ ने जिस तरह गांव में आकर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया है, वह अन्य लोगों के लिए नजीर है। उन्होंने समाज के बुद्धिजीवियों से वैक्सीनेशन के प्रति आम जन को जागरूक करने की अपील की है।

- वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से वैक्सीन तैयार की गई है। यह पूरी तरह सुरक्षित एवं प्रभावकारी है। इसे लेने में  किसी प्रकार का डर या असुरक्षा नहीं है। गांव के लोगों को डरने की जरूरत नहीं। लोग निर्भीक होकर टीका लें। खुद को सुरक्षित रखें और देश की भी सुरक्षा करें।

डा सिद्धार्थ, युवा वैज्ञानिक।

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