योग शिक्षिका राफिया नाज को मिल रहीं धमकियां, बाबूलाल मरांडी बोले- सुरक्षा मुहैया कराए सरकार

Jharkhand Latest News. भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पूरा परिवार भयभीत है और पुलिस कुछ नहीं कर रही है। शिकायत करने पर भी अपराधियों पर कार्रवाई नहीं होती है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 04:02 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 05:37 PM (IST)
योग शिक्षिका राफिया नाज को मिल रहीं धमकियां, बाबूलाल मरांडी बोले- सुरक्षा मुहैया कराए सरकार
योग शिक्षिका राफिया नाज को मिल रहीं धमकियां, बाबूलाल मरांडी बोले- सुरक्षा मुहैया कराए सरकार

रांची, राज्य ब्यूरो। योग शिक्षिक राफिया नाज को लगातार मिल रही धमकियों का सिलसिला थम नहीं रहा है। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने इसे गंभीर मामला बताते हुए राज्य सरकार से तत्काल राफिया को सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है, ताकि वह सम्मान से रह सके। बाबूलाल ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भी लिखा है। इसकी प्रतिलिपि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के साथ-साथ मुख्य सचिव व प्रभारी डीजीपी को भी दी है।

सोमवार को ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में बाबूलाल मरांडी ने राफिया नाज की सुरक्षा का मामला उठाते हुए इस संदर्भ में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए। बाबूलाल ने कहा कि राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त योग शिक्षिका राफिया नाज बचपन से योग से जुड़ी हैं। 52 से अधिक गोल्ड मेडल उन्होंने हासिल किए हैं। लेकिन यह दुर्भाग्य है कि इन्हें योग छोडऩे के लिए धमकियां दी जाती हैं। इनके ऊपर हमले होते हैं। जब ये शिकायत करती हैं तो कोई कार्रवाई नहीं होती।

पुलिस कप्तान और प्रभारी डीजीपी से शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं होती। आखिर पुलिस जिसका काम है लोगों को सुरक्षा मुहैया कराना, वही अपना काम नहीं करेगी तो लोग कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि राफिया को प्रत्येक दिन धमकी दी जा रही है। कुछ सिरफिरे लोग इन्हें परेशान कर रहे हैं। लेकिन अपराधियों पर कार्रवाई की जगह उन्हें यूं ही छोड़ दिया जाता है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि तत्काल इन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए, ताकि ये बच्चों को योगा सिखा सकें।

बाबूलाल ने कहा कि इन्हें पूर्व में सुरक्षा दी गई थी लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने वह सुरक्षा हटा ली। आज इनका पूरा परिवार भयभीत है, लगातार धमकियां मिल रहीं हैं। शिकायत करने पर पुलिस कहती हैं कि अपना मोबाइल बंद कर लो। कहा, लोग मोबाइल और इंटरनेट यूज करना छोड़ दें। लेकिन पुलिस कुछ नहीं करेगी। बाबूलाल ने कहा कि राज्य सरकार से मांग की कि तत्काल राफिया को सुरक्षा मुहैया कराई जाए ताकि किसी प्रकार की घटना घटित न हो और इनका परिवार सम्मान से रह सके।

जो लोग योग का विरोध करते हैं, मैं उन्हें किसी धर्म का नहीं मानती : राफिया

योग शिक्षिका राफिया नाज ने कहा कि योग करने वाला गुनहगार नहीं होता और जो लोग इसका विरोध करते हैं, मैं उन्हें उनके धर्म का नहीं मानती। ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में राफिया ने कहा कि अगर मुझे कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें पूरे देश के कोने-कोने से धमकियां मिल रहीं हैं। कहा जाता है कि तुम्हारा करियर बर्बाद कर देंगे। ये ऐसे लोग हैं जो योग को नहीं समझते हैं।

कहा, ऐसे लोगों को मैं किसी धर्म का नहीं मानती हूं। उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की देन है। कहा, पुलिस से शिकायत करने पर मोबाइल का प्रयोग न करने की सलाह दी जाती है। क्या मोबाइल प्रयोग न करने, सिम बदल लेने और सोशल मीडिया से दूर हो जाने से समस्याएं खत्म हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी शिकायत मुख्यमंत्री से भी की और डीजीपी से भी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। डीजीपी का एक ऑडियो सुनाते हुए कहा कि डीजीपी कहते हैं कि दिमाग खराब न करो।

कहा, ये लोग ऑन कैमरा और ऑफ कैमरे में अलग-अलग तरह की बातें करते हैं। सिस्टम बातें रखने नहीं देता। मुझे मारा जाता है और शिकायत करने पर कहा जाता है कि तुम चुप रहो। लेकिन मैं चुप कैसे रहूं। मेरा कुरान इसकी इजाजत नहीं देता। उन्होंने धमकियों के संदर्भ में की गई एफआइआर का जिक्र करते हुए बताया कि इतनी एफआइआर की हैं कि पूरी एक किताब बन गई है। कहा, मैने योग किया है कोई चोरी नहीं की है।

वर्तमान सरकार ने हटा ली सुरक्षा

राफिया ने बताया कि पिछली सरकार में उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई थी लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने मार्च 2020 में सुरक्षा वापस ले ली। कहा, सरकार बदलने से क्या सुरक्षा के मायने बदल जाते हैं। सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री तक को मेल करने पर भी मेरी सुरक्षा का संज्ञान नहीं लिया गया। राफिया ने कहा कि अगर मुझे या मेरे परिवार को कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदार पुलिस होगी।

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