कोरोना महामारी से स्वयं को बचाने के लिए योग है वरदान Ranchi News

Yoga Benefits Jharkhand News योग का महत्व प्राचीन काल से चला आ रहा है। विशिष्ट वक्ता योग गुरु इंद्रनील चक्रवर्ती ने कहा कि इस महामारी में संतुलित खान-पान के साथ नियमित योग के कारण हम अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 12:53 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 12:59 PM (IST)
कोरोना महामारी से स्वयं को बचाने के लिए योग है वरदान Ranchi News
Yoga Benefits, Jharkhand News योग का महत्व प्राचीन काल से चला आ रहा है।

रांची, जासं। रांची के डोरंडा काॅलेज की एनएसएस इकाई के तहत मंगलवार को कोविड-19 महामारी के दौरान योग का महत्व विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता योग गुरु पीएन सिंह ने कहा कि कोविड-19 महामारी से स्वयं को बचाने के लिए योग वरदान है। उन्होंने कहा कि तनाव, अनिद्रा, भय को समाप्त करने में योग की महत्ती भूमिका है। जिसने भी योग को अपनी दिनचर्या एवं जीवनशैली में शामिल किया है, वे काफी सुरक्षित हैं। उन्होंने योग की विभिन्न मुद्राओं एवं उनसे मिलने वाले लाभ के बारे में विस्तार से बताया।

विशिष्ट वक्ता योग गुरु इंद्रनील चक्रवर्ती ने कहा कि इस महामारी में संतुलित खान-पान के साथ नियमित योग के कारण हम अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं। उन्होंने प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भ्रामरी, भुजंगासन, धनुरासन, पश्चिमोत्तासन एवं सूर्य नमस्कार से होने वाले विभिन्न प्रकार के फायदे को बताते हुए सभी से योग करने की अपील की। प्राचार्या डाॅ. जेबा ने कहा कि योग का महत्व प्राचीन काल से चला आ रहा है।

उन्होंने कहा कि नियमित योग करने से काम करने से थकान महसूस नहीं होता है। उन्होंने कहा कि इस महामारी में जिस प्रकार ऑक्सीजन का स्तर कम हुआ है और फेफड़ा संक्रमित हुआ, ऐसी परिस्थितियों में योग एक संपूर्ण समाधान है। एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. ब्रजेश कुमार ने कहा कि पूरी दुनिया में योग का महत्व बढ़ा है। सभी लोग इसको अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम पदाधिकारी शालिनी ने किया।

chat bot
आपका साथी