Yoga Asana for Coronavirus Patients: कोरोना संक्रमण से जंग में सहायक सिद्ध हो रहा यह योग आसन, जानें
Yoga Asana for Coronavirus Patients Jharkhand News विज्ञानियों के अनुसार आने वाले तीसरे लहर में बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा है। ऐसे में हमें हर तरह से अपनी तैयारी पूरी रखनी है। ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन लें और रोज योग का अभ्यास करें।
रांची, जासं। Yoga Asana for Coronavirus Patients, Yoga Benefits in Coronavirus, Jharkhand News कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से हर जगह भय का वातावरण है। लाॅकडाउन के कारण लोग घरों में बंद हैं। ऐसे में मानसिक तनाव, संक्रमण के खतरे को कम करने और संक्रमण से निपटने में योग काफी सहायक सिद्ध हुआ है। कई अस्पतालों में भर्ती मरीजों को डाॅक्टरों के द्वारा दवाई के साथ योग कराया जा रहा है। सरकार के द्वारा भी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार आयुर्वेद और योग करने की सलाह दी जा रही है।
आर्ट ऑफ लीविंग लालपुर के सेंटर हेड अजातशत्रु ऋषिशाह देव बताते हैं कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा था। वहीं दूसरी लहर में जवान और बुजुर्गों को खतरा है। विज्ञानियों के अनुसार आने वाली तीसरी लहर में बच्चें को सबसे ज्यादा खतरा है। ऐसे में हमें हर तरह से अपनी तैयारी पूरी रखनी है। ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन लें और रोज योग का अभ्यास करें। इससे लाॅकडाउन के कारण उपजी मानसिक अशांति और कोरोना संक्रमण से लड़ने में मदद मिलेगी। कुछ ऐसे आसान हैं जो कोई भी घर में अपने पूरे परिवार के साथ कर सकता है। इससे घर में सुबह एक खुशनुमा पारिवारिक माहौल बनेगा जो अपने आप में शरीर और मन-मस्तिष्क के लिए अमृत है।
बच्चों को कराएं सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार हर किसी के लिए बहुत उपयोगी और शरीर को बल और ऊर्जा देने वाला है। अपने घर के बच्चों को रोज सूर्य नमस्कार करने के लिए प्रेरित करें। उगते सूर्य की रौशनी में यह योग क्रिया करने से एक तरफ जहां शरीर को बल मिलता है, वहीं सूर्य की रौशनी में शरीर में विटामिन डी का निर्माण होता है। उच्च रक्तचाप के रोगियों को छोड़कर इसे कोई भी कर सकता है।
रोज करें कपालभाती और अनुलोम-विलोम
कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रहा है। ऐसे में स्वांस से जुड़ा योग करना सभी उम्र वर्ग के लोगों के लिए काफी फायदेमंद सिद्ध हो रहा है। कई अस्पताल में डाॅक्टरों के द्वारा मरीजों को अनुलोम विलोम करने की सलाह दी जा रही है। पोस्ट कोविड केयर में भी अनुलोम विलोम काफी फायदेमंद साबित हुआ है। इसे खुली हवा में छत पर बैठकर कर सकते हैं।
15 मिनट का ध्यान तनाव करेगा दूर
कोरोना संक्रमण से ज्यादा लोगों के बीच इसे लेकर व्याप्त भय का वातावरण घातक सिद्ध हो रहा है। इसके साथ ही लाॅकडाउन के कारण उद्योग-व्यापार और अन्य पारिवारिक समस्या से मानसिक तनाव की स्थिति में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में घर के सभी लोगों को दिन में कम से कम 15 मिनट का ध्यान जरूर करना चाहिए। इसके लिए संभव हो तो मोबाइल या लैपटाॅप पर ओम या जिस इश्वर को आप मानते हैं, उनका भजन या मंत्र आदि सुनते हुए उसपर ध्यान केंद्रित करें।