रांची में किराये के मकान पर दखल दिहानी के दौरान बवाल, पुलिस से उलझी महिलाएं; बैरंग लौटे मजिस्ट्रेट

Jharkhand News Hindi Samachar मामला रांची के सुखदेवनगर का है। एसडीओ कोर्ट के आदेश पर दखल दिहानी टीम राजा हाता गई थी। यहां पुलिस के साथ झड़प में एक महिला घायल हो गई। उसे अस्पताल भेजा गया। किराये के मकान पर दो पक्ष दावा कर रहे हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 07:36 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 09:46 PM (IST)
रांची में किराये के मकान पर दखल दिहानी के दौरान बवाल, पुलिस से उलझी महिलाएं; बैरंग लौटे मजिस्ट्रेट
Jharkhand News, Hindi Samachar मामला रांची के सुखदेवनगर का है।

रांची, जासं। रांची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के किशोरगंज में मंगलवार को दखल दिहानी को लेकर जमकर बवाल हुआ। एक पक्ष के लोग दखल दिहानी कराने गए मजिस्ट्रेट और पुलिस टीम से ही उलझ गए। महिलाएं आगे आकर कार्रवाई करने में व्यवधान पैदा कर रही थी। इस दौरान पुलिस और विरोध कर रहे लोगों के बीच झड़प हो गई। इसमें एक महिला का सिर फट गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। इधर, घटना के बाद से सुखदेवनगर थाना पुलिस इलाके में लगातार गश्त लगा रही है। हालांकि, बवाल के कारण दखल दिहानी नहीं हो सका। बताया गया कि अब कोर्ट के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एसडीओ कोर्ट के आदेश पर दखल दिहानी कराने गई थी टीम

किशोरगंज इलाके के राजा हाता में एसडीओ कोर्ट के आदेश पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में एक टीम दखल दिहानी करवाने पहुंची थी। जैसे ही दखल दिहानी टीम को लोगों ने देखा, वे हंगामा करने लगे। टीम द्वारा बार-बार यह समझाने पर कि‍ कोर्ट के निर्देश पर दखल कराने आए हैं, लोग मानने को तैयार नहीं थे। बता दें कि एक किराये के मकान को लेकर सुनील चंद्र घोष और बेनी राम वर्मा के बीच विवाद चल रहा था।

मामला एसडीओ कोर्ट पहुंचा। दोनों पक्षों द्वारा पेश कागजात देखने के बाद कोर्ट ने सुनील चंद्र बोस के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट के फैसले के अनुरूप दखल दिहानी करवाने पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार बेनी राम वर्मा पिछले करीब 10 साल से सुनील चंद्र बोस के मकान में किराये पर रह रहे हैं। आरोप है कि किराया देना तो बंद कर ही दिया, मकान भी नहीं खाली कर रहा है।

क्या कहती हैं सुखदेवनगर थाना प्रभारी

सुखदेवनगर थाना प्रभारी ममता कुमारी ने पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार के बल प्रयोग से इंकार किया है। कहा कि इसमें पुलिस की कोई भूमिका नहीं है। एसडीओ कोर्ट के निर्णय के आलोक में मजिस्ट्रेट की अगुवाई में कार्रवाई हुई।

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