नगर निगम ने नए बहू बाजार में तोड़ दी दुकान, 50 हजार का सामान बर्बाद
राची राची नगर निगम की बाजार शाखा ने बहू बाजार में गीता देवी की दुकान तोड़ दी गई। उन्हें निगम की ओर से नोटिस भी नहीं दिया गया। उनका कहना है कि 50 हजार का सामान बर्बाद हो गया।
जागरण संवाददाता, राची : राची नगर निगम की बाजार शाखा ने बहू बाजार में गीता देवी की दुकान तोड़ दी। नगर निगम का कहना है कि गीता देवी ने नगर निगम की जमीन पर यह दुकान बनाई है। दुकान तोड़ने के दौरान यहा काफी हंगामा भी हुआ। गीता देवी और वहा मौजूद लोगों ने दुकान तोड़ने का विरोध किया। लेकिन पुलिसकíमयों ने सब को शात करा दिया। दुकान से सामान भी हटाने का मौका नहीं दिया गया। बुलडोजर लगाकर दुकान तोड़ने के बाद नगर निगम के अधिकारी और मजिस्ट्रेट वहा से चले गए।
बहू बाजार में गीता देवी की किराना की दुकान है। गीता देवी ने बताया कि उन्होंने नगर निगम में दुकान के आवंटन के लिए आवेदन दिया था। नगर निगम ने उनके आवेदन को स्वीकार कर लिया था और स्थाई समिति में आवंटन को मंजूरी दे दी गई थी। बाद में नगर निगम ने नगर विकास विभाग को आवंटन का प्रस्ताव भेज दिया था। जिसे नगर विकास ने यह कहकर वापस कर दिया कि दुकान आवंटन का अधिकार नगर निगम को ही है। लेकिन नगर निगम ने बाद में आवंटन नहीं किया। इसके बाद नगर निगम की बाजार शाखा ने एसडीओ से मजिस्ट्रेट तैनात करने की माग की थी। एसडीओ के तौर पर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार की तैनाती हुई। गुरुवार की दोपहर लगभग एक बजे पंकज कुमार बाजार शाखा के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बहू बाजार स्थित दुकान पहुंचे। दुकान पर बुलडोजर चला दिया गया।
गीता देवी का कहना है कि सामान हटाने का मौका नहीं दिया गया। 50 हजार रुपये का सामान मलबे में दबकर बर्बाद हो गया है। इसमें कोल्ड ड्रिंक, पानी की बोतल, कोलगेट, मसाला, साबुन आदि थे। उनका आरोप है कि एक वार्ड पार्षद ने उनकी दुकान तुड़वाई है। उनका कहना है कि उस इलाके में कई दुकानें हैं। जिन्हें पहले नगर निगम ने नोटिस दी थी। लेकिन अब तक इन पर कार्रवाई नहीं हुई है। दुकान तोड़ने से पहले नहीं दिया नोटिस
गीता देवी का कहना है कि दुकान तोड़ने से पहले उन्हें नोटिस नहीं दिया गया। नोटिस मिलता तो वह अपना सामान निकाल लेती। उन्होंने बताया कि इसी दुकान से उनके घर का खर्च चलता है। गीता देवी ने की थाने में शिकायत : गीता देवी ने मामले की शिकायत चुटिया थाने में की है। उन्होंने पुलिस को बताया की एक वार्ड की पार्षद उनसे दुश्मनी रखती हैं। उनकी नजर इस दुकान पर है। इसीलिए उन्होंने उनकी दुकान तोड़वाई है। इसके अलावा गीता देवी ने पुलिस को बताया कि नगर निगम के कर्मचारियों के अलावा मकान तोड़ने में वार्ड पार्षद के भी कई लोग शामिल थे।