13 नए एकलव्य विद्यालयों में इसी सत्र से पढ़ाई : चंपई

मंत्री चंपई सोरेन ने घोषणा की है कि झारखंड में 13 नए एकलव्य विद्यालयों में इसी सत्र से पढ़ाई शुरू होगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 12:51 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 12:51 AM (IST)
13 नए एकलव्य विद्यालयों में इसी सत्र से पढ़ाई : चंपई
13 नए एकलव्य विद्यालयों में इसी सत्र से पढ़ाई : चंपई

राज्य ब्यूरो, रांची : अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री चंपई सोरेन ने घोषणा की है कि झारखंड में 13 नए एकलव्य विद्यालयों में इसी सत्र से पढ़ाई शुरू होगी। उन्होंने कहा कि बिना शिक्षा के विकास नहीं हो सकता। यहा के हर परिवार के बच्चे को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके, विभाग संकल्पित है। जनजातीय समुदाय, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परिवारों के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके, इसे ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा राज्य में पहले से चल रहे सात एकलव्य विद्यालयों के अलावा इस वर्ष से 13 नए एकलव्य विद्यालय खोले जा रहे हैं। मंत्री मोरहाबादी स्थित आवास पर एकलव्य और आवासीय विद्यालयों के शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए चयन परीक्षा के परिणाम की घोषणा करने के दौरान मंगलवार को अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।

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81 आवासीय विद्यालयों के लिए परीक्षा में शामिल हुए 85,525 अभ्यर्थी

राज्य में 143 आवासीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें से 81 विद्यालयों में कक्षा 6, 7 एवं 8 के कुल 4,500 रिक्तियों के विरुद्ध नामांकन के लिए प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें राज्य के 85,525 विद्याíथयों ने भाग लिया था। मौके पर आदिवासी कल्याण आयुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, संयुक्त सचिव अजय नाथ झा, विशेष कार्य पदाधिकारी सीके सिंह, मंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी प्रेम लाल मेहरा, आप्त सचिव गुरु प्रसाद महतो एवं निजी सहायक चंचल गोस्वामी उपस्थित थे।

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आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने पहले भी किया नाम रौशन

मंत्री ने कहा कि इस प्रतियोगिता परीक्षा में जनजातीय समुदाय, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परिवारों के बच्चों को प्राथमिकता दी गई ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि बहुत सारी प्रतियोगिता परीक्षाओं में आवासीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने राज्य का नाम रौशन किया है। माध्यमिक परीक्षा 2018-19 में 1906 विद्यार्थी सम्मिलित हुए थे, जिसमें 90 फीसद ने सफलता प्राप्त की थी। इनमें 70 फीसद विद्यार्थियों ने प्रथम स्थान हासिल किया था।

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