सीसीएल के बंद खदानों में पानी पर्याप्त, बावजूद लोग प्यासे

सीसीएल हजारीबाग कोयला क्षेत्र के तमाम परियोजनाओं के आसपास बंद पड़े खदानो।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 04:54 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 08:53 PM (IST)
सीसीएल के बंद खदानों में पानी पर्याप्त, बावजूद लोग प्यासे
सीसीएल के बंद खदानों में पानी पर्याप्त, बावजूद लोग प्यासे

संवाद सूत्र, घाटो: सीसीएल हजारीबाग कोयला क्षेत्र के तमाम परियोजनाओं के आसपास बंद पड़े खदानों में पानी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है, बावजूद एक बड़ी आबादी प्यासी है। सीसीएल प्रबंधन की उदासीनता के कारण सीसीएलकर्मी व गैर सीसीएलकर्मी के बीच पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। सीसीएल के केदला उत्खनन परियोजना के खदान के समीप बंद पड़े दो खदानों में पानी भरा पड़ा है, बावजूद केदला नगर कॉलोनी, केदला दो नंबर व चोपड़ा मोड़ में सप्ताह में मात्र दो दिन ही पानी खुल पाता है। इसका कारण जर्जर पाइप है। खदान से वाटर ट्रीटमेंट तक पानी के लिए बिछाया गया पाइप काफी खराब अवस्था में पहुंच गया है। इसके कारण पाइप का आधा पानी रास्ते में ही बह जाता है। प्लांट में पानी का अभाव व कॉलोनी में बिछाया गया पाइप जर्जर अवस्था में पहुंचने के कारण पानी की किल्लत पूरे कॉलोनी में है। इसी प्रकार केदला भूगर्भ परियोजना के केदला प्रोजेक्ट, 64 नंबर कॉलोनी ,केदला तीन नंबर व एलसीएच कॉलोनी में भी सप्ताह में दो दिन ही पानी खुल पाता है। यहां पर एलसीएच के पास बंद पड़े खदान में पानी काफी है। लेकिन खदान व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लगा मोटर काफी पुराना है। कभी उसका बैंरिग खराब हो जाता है, तो कभी दूसरा पार्ट खराब हो जाता है। इसके कारण उक्त तमाम जगहों पर पानी की सप्लाई ढंग से नही हो पाता है। वहीं झारखंड उत्खनन परियोजना व बंद पड़े लइयो भूगर्भ परियोजना के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में खदान से पानी ढंग से नहीं पहुंच पा रहा है, जिसके कारण झारखंड 15 नंबर कॉलोनी व लइयो कॉलोनी में पेयजल का हमेशा घोर अभाव बना रहता है। लइयो चौक पर तो सप्ताह में एक बार ही पानी की सप्लाई हो पाती है। वहीं झारखंड 15 नंबर का भी यही स्थिति है। परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना के 42 नंबर बंद खदान में पानी पर्याप्त है, लेकिन वहां का मोटर काफी पुराना है। आए दिन खराब होने के कारण प्रेमनगर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी नही पहुंच पाता है।

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गर्मी अपने उफान पर है, इस अवस्था में पानी के लिए पूरे एरिया में हाहाकार मचना निश्चित ही चिता का विषय है। तमाम परियोजनाओं में पानी की समस्या जल्द ही दूर की जाएगी, इसके लिए एक योजना बनाई जा रही है।

-एनके सिन्हा, जीएम, सीसीएल हजारीबाग कोयला क्षेत्र

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