शिक्षक देते हैं समाज को नई दिशा, सेवानिवृत्ति के बाद फैलाएं ज्ञान का प्रकाश

पेंशन आपके द्वार के तहत सोमवार को रांची जिले के सात मध्य विद्यालय एवं सात माध्यमिक विद्यालयों के 14 शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं प्रधानाध्यापकोंको पेंशन प्रदान किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 06:15 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 06:15 AM (IST)
शिक्षक देते हैं समाज को नई दिशा, सेवानिवृत्ति के बाद फैलाएं ज्ञान का प्रकाश
शिक्षक देते हैं समाज को नई दिशा, सेवानिवृत्ति के बाद फैलाएं ज्ञान का प्रकाश

जागरण संवाददाता रांची : पेंशन आपके द्वार के तहत सोमवार को रांची जिले के सात मध्य विद्यालय एवं सात माध्यमिक विद्यालयों के 14 शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं प्रधानाध्यापकोंको पेंशन प्रदान किया गया। मारवाड़ी प्लस टू उवि में आयोजित कार्यक्रम में आरडीडीई सह डीईओ अरविंद विजय बिलुंग ने कहा कि शिक्षक कभी भी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं। सेवानिवृत्ति के बाद भी समाज में ज्ञान का प्रकाश फैलाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज को नई दिशा देते हैं। यही कारण है कि उनकी महत्ता हमेशा बनी रहती है। मौके पर डीएसई कमला सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव गंगा प्रसाद यादव सहित अन्य थे। स्कूल में नामांकन के लिए मारामारी

सेवानिवृत होने मारवाड़ी प्लस टू उवि के प्राचार्य ब्रजकिशोर प्रसाद ने इस विद्यालय में 9 जून 2012 को योगदान दिया था। वे नौ वर्ष इस विद्यालय में प्राचार्य के तौर पर रहे। रांची जिला के किसी स्कूल में सबसे अधिक 1800 विद्यार्थी मारवाड़ी प्लस टू विद्यालय में ही हैं। ब्रजकिशोर प्रसाद के योगदान के समय स्कूल में करीब 1400 विद्यार्थी थे। उन्होंने यहां का शैक्षणिक माहौल इस तरह तैयार किया कि नामांकन के लिए मारामारी लगी रहती है। दो वर्ष पहले नामांकन के लिए टेस्ट आयोजित करने का फैसला हुआ था। बॉक्स

मारवाड़ी प्लस टू के प्राचार्य बने आशीष कुमार

मारवाड़ी प्लस टू उवि के नए प्राचार्य अशीष कुमार बने। वे इसी स्कूल में प्लस टू में गणित के शिक्षक हैं। आशीष कुमार नेतरहाट विद्यालय के छात्र रहे हैं। इसके बाद एमएससी व बीएड दिल्ली विवि से पूरा किए। वे वर्ष 2007 में गणेशदत्त पाटलिपुत्र स्कूल में पीजीटी शिक्षक के तौर शिक्षण कार्य शुरू किया। इसके बाद जुलाई 2012 में एसएस प्लस टू बेड़ो में योगदान दिया। 11 जुलाई 2015 से मारवाड़ी स्कूल में हैं।

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