जंगली हाथी से परेशान ग्रामीणों ने घेरा वन विभाग का कार्यालय

तमाड़ वन क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Dec 2020 10:13 PM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 10:13 PM (IST)
जंगली हाथी से परेशान ग्रामीणों ने घेरा वन विभाग का कार्यालय
जंगली हाथी से परेशान ग्रामीणों ने घेरा वन विभाग का कार्यालय

तमाड़ : तमाड़ वन क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाथी प्रतिदिन कहीं न कहीं उत्पात मचा रहे हैं। इस कारण लोग शाम होते ही घरों में दुबकने को मजबूर हैं। हाथियों को भगाने की मांग को लेकर गुरुवार को कासमबुरूडीह के ग्रामीणों ने तमाड़ वन क्षेत्र कार्यालय को घेर लिया। बाद में लगभग एक घंटे बाद विभागीय अधिकारियों के समझाने के बाद लोग मान गए।

तमाड़ वन क्षेत्र के कासमबुरूडीह गाव में लगातार एक सप्ताह सें ग्रामीण दहशत में हैं। दो दर्जन जंगली हाथी गाव के समीप स्थित एक पहाड़ पर डेरा जमाए हुए हैं। इसी जंगली हाथियों के दल ने 21 दिसंबर को कासमबुरूडीह निवासी देवाशीष गुप्ता को पटक-पटककर मार दिया था। गुरुवार को कासमबुरूडीह के ग्रामीणों ने जंगली हाथियों से निजात दिलाने की मांग को लेकर तमाड़ वन क्षेत्र कार्यालय को घेरा और हाथियों को भगाने के लिए पटाके, ट्रार्च सहित अन्य सामग्री की मांग की। साथ ही क्षतिपूर्ति की भी मांग की। ग्रामीण हाथी भगाओ दल को मंगवाकर कासमबुरूडीह जंगल से हाथियों को भगाने की माग कर रहे थे। इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों द्वारा समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीणों को घर भेजा गया। ग्रामीणों का कहना है कि दो दर्जन जंगली हाथियों के दल में तीन चार हाथियों के बच्चे भी शामिल है। शाम होते-होते हाथियों का दल गाव के आसपास लगी फसलों को खाने लगता है। दिन में भी हाथियों का दल गाव के आसपास में विचरण करने लगता है।

मौके पर ग्राम प्रधान पूर्णचंद्र सिंह मुंडा, वार्ड सदस्य बंसती देवी, रजोबाला देवी, मंजू देवी, मिनी देवी, सोनामनी देवी, सूरज प्रमाणिक, तारकेश्वर मुंडा, गोपाल मुंडा आदि उपस्थित रहे। वन क्षेत्र पदाधिकारी अमरनाथ भगत ने कहा कहा कि हाथियों ने तीन बच्चों का जन्म दिया है। जब तक ये थोड़े बडे़ नहीं हो जाते हैं, तब तक उनका झुंड यहां से नहीं जाएगा।

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