ग्रामीणों ने कहा-उचित मुआवजा मिले बगैर नहीं देंगे जमीन
राची-गुमला मार्ग एनएच 43 सड़क के चौड़ीकरण और बेड़ो बाईपास में बनने वाली सड़क में मुआवजा को लेकर ग्रामीणों ने बैठक की है।
बेड़ो : राची-गुमला मार्ग एनएच 43 सड़क के चौड़ीकरण और बेड़ो बाईपास में बनने वाली सड़क में रैयतों की जमीन जा रही है। पर, इसका मुआवजा कम मिल रहा है। इससे रैयत आक्रोशित हैं। इस संबंध में बेड़ो के बारीडीह पड़हा मैदान में ईटा पंचायत के मुखिया बुधराम बाड़ा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जरिया, पुरियो, बेड़ो, बारीडीह, नगड़ी, ईटा, चिल्द्री, चरिमा, कादोजोरा, हाठू, लमकाना समेत असरो के ग्रामीण शामिल हुए। बैठक के दौरान सड़क निर्माण में जिनकी जमीन जा रही है उन रैयतों ने कहा कि जमीन का मुआवजा बहुत ही कम मिल रहा है। कहा कि कहीं किसी गाव में प्रति डिसमिल चार गुना जोड़कर 15000 तो कहीं किसी गाव में यही राशि चार गुना करके 35000 हजार रुपये प्रति डिसमिल के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है। इससे जिनकी जमीन जा रही है उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। रैयतों ने कहा कि जब तक हमें उचित मुआवजा नहीं मिल जाता है, हम अपनी जमीन सड़क निर्माण के लिए नहीं देंगे। हम सभी रैयत के पास सीमित जमीन है। जिसमें हम लोगों का घर है और कृषि से जीवनयापन करते हैं। उचित मुआवजा नहीं मिलने पर हम सभी जमीन रैयत भूमिहीन, बेघर और बेरोजगार हो जाएंगे।
बैठक में माडर के विधायक बंधु तिर्की भी शामिल हुए। इस दौरान बंधु तिर्की ने कहा कि सड़क निर्माण में जा रही जमीन के रैयतों को उनका हक हर हाल में मिलना चाहिए। विधायक रैयतों की माग को लेकर संबंधित विभाग से संपर्क बात कर उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है।