Jharkhand Central University के नए कुलपति बोले, विश्वविद्यालय की बेहतरी पर देंगे ध्यान
Central University of Jharkhand प्रो क्षिति भूषण दास को सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड का वीसी नियुक्ति किया गया है। प्रो दास इससे पहले सेंट्रल यूनिवर्सिटी ओडिशा में प्रो वीसी के पद पर नियुक्त थे। इन्होंने उत्कल यूनिवर्सिटी में भी सेवा दी है।
रांची, जासं। रांची के ब्रांबे स्थित झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के नए कुलपति प्रो. डॉ क्षिति भूषण दास ने कहा है कि उनका फोकस गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर होगा। अगर कहीं कोई कमी दिखी तो उस कमी को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे। छात्र-शिक्षक संबंध को सुदृढ़ बनाते हुए विश्वविद्यालय को नई ऊंचाई पर ले जाना ही पहला और आखिरी कर्तव्य है।
प्रो क्षिति भूषण दास बने हैं सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वीसी
केंद्रीय शिक्षा विभाग ने देश के 12 सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वीसी यानि कुलपति के रिक्त पदों पर नियुक्ति की है। इस नियुक्ति को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसी कड़ी में प्रो क्षिति भूषण दास को सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड का वीसी नियुक्ति किया गया है। प्रो दास इससे पहले सेंट्रल यूनिवर्सिटी ओडिशा में प्रो वीसी के पद पर नियुक्त थे। उन्हें जनवरी में सेंट्रल यूनिवर्सिटी का प्रो वीसी बनाया गया था। 38 साल का शैक्षणिक अनुभव रखने वाले दास इग्नू के भी प्रो वीसी रह चुके हैं। इन्होंने उत्कल यूनिवर्सिटी में भी सेवा दी है। इन्होंने उत्कल यूनिवर्सिटी से कॉमर्स विषय में पीएचडी की है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने समस्याओं को दूर करने का किया वादा
रांची के सांसद संजय सेठ ने नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सेठ ने उन्हें प्रगति 2020-21 की प्रति उपलब्ध कराई और रांची लोकसभा क्षेत्र में हुए कार्यों से अवगत भी कराया। इस दौरान सेठ ने केंद्रीय मंत्री से केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के संदर्भ में चर्चा की। केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड को जमीन हस्तांतरण में आ रही समस्याओं से अवगत कराया। इसे दूर करने की दिशा में पहल करने का आग्रह किया, ताकि केंद्रीय विश्वविद्यालय का परिसर पूर्ण हो सके।
विश्वविद्यालय का कार्य सुचारू रूप से चल सके। सेठ ने केंद्रीय मंत्री को झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय की अन्य समस्याओं से अवगत कराया और इसे विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में कई सुझाव दिए। संजय सेठ ने यहां स्किल डेवलपमेंट की शिक्षा देने, विदेशी भाषाओं की शिक्षा को विस्तार देने, शोधार्थी छात्रों के लिए विशेष सुविधाएं सहित अन्य कई मुद्दों से केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें इन मुद्दों पर सार्थक पहल करने का आश्वासन दिया।