VHP ने कहा- बंगाल के 40 हजार से अधिक पीड़ित हिंदुओं को न्याय दिलाने के लिए स्वतः संज्ञान ले न्यायपालिका

Jharkhand News विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से प्रारंभ हुई क्रूर व वीभत्स राजनैतिक हिंसा का शिकार राज्य का हिंदू समाज आज तक हो रहा है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 03:09 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 03:09 PM (IST)
VHP ने कहा- बंगाल के 40 हजार से अधिक पीड़ित हिंदुओं को न्याय दिलाने के लिए स्वतः संज्ञान ले न्यायपालिका
बंगाल के 40 हजार से अधिक पीड़ित हिंदुओं को न्याय दिलाने के लिए स्वतः संज्ञान ले न्यायपालिका। जागरण

रांची [संजय कुमार] । विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से प्रारंभ हुई क्रूर व वीभत्स राजनैतिक हिंसा का शिकार राज्य का हिंदू समाज आज तक हो रहा है। 3500 से अधिक गांव तथा 40 हज़ार से अधिक हिंदू, जिनमें बड़ी मात्रा में हमारा अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति का समाज भी सम्मिलित है, हिंसा से बुरी तरह से प्रभावित है। अनेक स्थानों पर महिलाओं पर क्रूर अत्याचार हुए हैं। खेत नष्ट किए गए हैं। दुकानें व घर ध्वस्त किए गए हैं। मछली व्यवसाइयों के तालाबों में विष डाला गया। लूट और मारपीट न हो, इसलिए, अब जबरन पैसा वसूला जा रहा है।

इन सभी घटनाओं में इस्लामिक जिहादियों का हाथ प्रमुखता से सामने आ रहा है। इन विभत्स घटनाओं पर प्रशासन कुछ नहीं कर रही है। इसलिए विश्व हिंदू परिषद न्यायपालिका से आह्वान करती है कि लोकहित में इन घटनाओं पर स्वतः संज्ञान लेकर पीड़ितों की रक्षा के लिए शासन और प्रशासन को उनके कर्तव्यों का पालन करने के लिए कठोरता से आदेश दे। साथ ही हिंदू समाज से आह्वान करती है कि पीड़ित परिवारों के भोजन, पानी व उनके रहने की व्यवस्था करने के लिए आगे आए। विहिप के साथ साथ कई संस्थाएं अपने स्तर से इन लोगों की मदद करने में लगी है। वे तीन दिनों के बंगाल प्रवास के दौरान लोगों से मिलने के बाद शुक्रवार को उक्त बातें कहीं।

पीड़ितों की शिकायतों को दर्ज करने नहीं दिया जा रहा

परांडे ने कहा कि बंगाल की स्थिति भयावह है। वहां  इतने दिनों से चल रही वीभत्स तथा क्रूर हिंसा पर राज्य शासन-प्रशासन का रवैया पूरी तरह से तिरस्कार पूर्ण तथा उदासीनता का ही दिख रहा है। समाज में भय का वातावरण है। पुलिस के असहयोग के चलते पीड़ितों की शिकायतों को दर्ज नहीं करने दिया जा रहा। इसलिए विहिप मांग करती है कि दंगाइयों पर शीघ्र अंकुश लगा कर उन्हें कठोरतम सजा दिलाई जाए। साथ ही हिंसा व आक्रमण के शिकार हिंदू समाज की रक्षा की पुख्ता व्यवस्था, उनके जान-माल के नुक़सान की भरपाई तथा पुनर्वास की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा शीघ्रता से होनी चाहिए।

हिंदुओं के आधार कार्ड सहित महत्वपूर्ण दस्तावेज छीन लिए गए हैं

उन्होंने कहा कि अनेक स्थानों पर हिंदूओं से उनके वोटर कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड इत्यादि महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी ज़बरन छीन लिया गया है। वे उन्हें पुनः दिलवाए जाने चाहिए तथा हिंसा के शिकार लोगों पर लगे झूठे मुकदमे निरस्त किए जाने चाहिए। अपने ही राज्य में शरणार्थी जैसा अपमानजनक जीवन जीने को हिंदू समाज विवश है। कहा, हम राज्य सरकार से भी अपेक्षा  करते हैं कि क्षुद्र राजनीति से ऊपर उठकर, जो घिनौने अत्याचार स्थानीय अपराधियों व जिहादी तत्वों के माध्यम से हो रहे हैं, उन्हें वह कठोरता से रोके। हिंदुओं की रक्षा के लिए क़दम उठाए तथा पीड़ितों के नुक़सान की भरपाई तथा पुनर्वास की समुचित व्यवस्था करे। राज्य के संपूर्ण हिंदू समाज के साथ विश्व हिंदू परिषद दृढ़ता से खड़ी है।

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