विहिप के संयुक्त महामंत्री ने कहा, देश के वास्तविक अल्पसंख्यक भी लव जिहाद के शिकार

विश्व हिदू परिषद (विहिप) ने देश की बेटियों की सुरक्षा व उनके स्वाभिमान के लिए देश के सभी राज्यों से लव जिहाद पर कानून बनाने की अपील की है। कहा देश के वास्तविक अल्पसंख्यक भी लव जिहाद के शिकार हो रहे ह्ैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 10:16 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 10:16 PM (IST)
विहिप के संयुक्त महामंत्री ने कहा, देश के वास्तविक अल्पसंख्यक भी लव जिहाद के शिकार
विहिप के संयुक्त महामंत्री ने कहा, देश के वास्तविक अल्पसंख्यक भी लव जिहाद के शिकार

संजय कुमार, रांची : विश्व हिदू परिषद (विहिप) ने देश की बेटियों की सुरक्षा व उनके स्वाभिमान के रक्षार्थ लव जिहाद के विरुद्ध देशव्यापी कानून बनाने की अपनी माग दोहराई है। विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डा. सुरेंद्र जैन ने कहा कि लव जेहादियों के चंगुल से अब देश के वास्तविक अल्पसंख्यक भी नहीं बचे हैं। फिल्म जगत भी इसकी जद में है। दिवंगत संगीतकार वाजिद खान की पारसी पत्नी कमलरुख ने एक मुस्लिम से शादी करने के दुष्परिणामों का जो पर्दाफाश किया है वह किसी को भी आहत करने के लिए पर्याप्त है। ईसाई, सिख, दलित, जैन आदि अल्पसंख्यक समाज की लड़कियों के लव जिहाद के शिकार होने के सैकड़ों उदाहरण हर महीने आ रहे हैं।

कुछ समाज के नेता कई बार मीम-भीम जैसे नारे अपने स्वार्थो के कारण लगाते हैं। परंतु जब उनके समाज की लड़किया इन जिहादियों की शिकार बनती हैं तो वे उन लड़कियों को न्याय दिलाने की जगह कन्नी काट जाते हैं। इससे स्पष्ट हो जाता है कि इन नेताओं के लिए उनके निहित स्वार्थ ही महत्वपूर्ण हैं। वे अपने समाज का अपने स्वार्थो के लिए ही दुरुपयोग करते हैं। कमलरुख को न्याय के साथ हम महाराष्ट्र समेत अन्य सभी राज्य सरकारों से भी मांग करते हैं कि वे अपने पूर्वाग्रहों से बाहर निकलकर प्रदेश की शाति व जनता के रक्षार्थ लव जेहाद व अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिए अति शीघ्र कानून बनाएं। असहाय बच्चों के अधिकारों के लिए जूझ रही है वाजिद की पत्नी : सुरेंद्र जैन ने कहा कि अभी तक कोई भी मुस्लिम नेता या अभिनेता कमलरुख को न्याय दिलाने के लिए सामने नहीं आया है। इससे साफ हो गया है कि फिल्मी जगत हो या उससे बाहर की दुनिया, कलाकार हो या कथित बुद्धिजीवी, व्यापारी हो या बेरोजगार इन सब लोगों के लिए विवाह या मित्रता के पीछे लव नहीं केवल जिहाद ही है। यह तथ्य एक न्यायालय ने भी पूछा था कि आखिर क्यों इस तरह के कथित विवाहों में केवल लड़की ही धर्मांतरण करने के लिए विवश की जाती है? डा. भीमराव आंबेडकर ने भी दी थी चेतावनी : विहिप के संयुक्त महामंत्री ने यह कहा कि यह स्मरण रखना चाहिए कि पारसी भारत में सबसे छोटी अल्पसंख्यक बिरादरी है। उनकी लड़की के प्रति भी उनकी वही मानसिकता है जो अन्य समाज की लड़कियों के प्रति है। डाक्टर भीमराव आंबेडकर ने भी ऐसे नेताओं और जिहादियों के प्रति कई बार समाज को चेतावनी दी थी। विहिप सभी समाज से अपील करती है कि वे ऐसे स्वार्थी नेताओं से बचें और जेहादियों के चंगुल में न फंसें। कहा, विहिप उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय का स्वागत करती है कि उन्होंने इन जिहादियों से बचाने के लिए कानून बनाने में पहल की है।

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