विहिप के महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा, सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मनाएं रामोत्सव

रांची विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि अब लोग सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए रामोत्सव मनाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 01:45 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 01:45 AM (IST)
विहिप के महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा, सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मनाएं रामोत्सव
विहिप के महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा, सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मनाएं रामोत्सव

रांची, संजय कुमार :

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति को देखते हुए लोगों से सरकार के स्तर से जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए रामोत्सव मनाने का आग्रह किया है। उन्होंने लोगों से अनावश्यक भीड़ एकत्रित नहीं करने, मास्क पहनकर तथा शारीरिक दूरी बनाकर उत्सव मनाने की अपील की है। जहां कोरोना संक्रमण ज्यादा है, वहां ऑनलाइन या स्वजनों के बीच ही रामोत्सव मनाने की अपील की है।

बताते चलें कि रामोत्सव का शुभारंभ गत 13 अप्रैल को हुआ था, जो शहर से लेकर गांवों तक में 27 अप्रैल (हनुमान जयंती) तक मनाया जाएगा। इस दौरान जगह-जगह गोष्ठी, शोभा यात्रा, मंदिरों में सामूहिक आरती आदि कार्यक्रम होने तय थे, परंतु कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार से संबंधित कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं। परांडे ने कहा कि अब संक्रमण की स्थिति और प्रशासनिक निर्देश के अनुरूप कार्यक्रम का खाका तैयार करने का जिम्मा प्रातीय इकाई को दिया गया है। विहिप के कार्यकर्ता कहीं भी प्रशासन के कर्तव्यों में बाधक नहीं बनेंगे।

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झारखंड और बिहार में सभी बड़े कार्यक्रम स्थगित

विहिप के झारखंड-बिहार के क्षेत्र संगठन मंत्री केशव राजू ने कहा कि झारखंड और बिहार में कोरोना की स्थिति को देखते हुए रामोत्सव के तहत आयोजित होने वाले सभी बड़े कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। अब विहिप नेअपने कार्यकर्ताओं सहित दूसरे रामभक्तों से अपने-अपने घरों में हनुमान चालीसा का पाठ करने और हनुमान जयंती के दिन आरती करने का आग्रह किया है।

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प्रशिक्षण शिविर भी हो सकता है स्थगित

विहिप के एक अधिकारी के अनुसार झारखंड एवं बिहार में मई माह के अंत में 10 से 15 दिनों के लिए बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी एवं विहिप के कार्यकर्ताओं के लिए प्रस्तावित प्रशिक्षण शिविर को भी स्थगित किया जा सकता है। यदि संभव हुआ तो इस शिविर को ऑनलाइन किया जा सकता है। इस संबंध में एक दो दिनों में ऑनलाइन बैठक कर निर्णय ले लिया जाएगा।

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