Ranchi news जेल से छूटने के बाद ही गब्बर के पीछे पड़ा था वीनू, रेकी के बाद कर दी थी हत्या
गब्बर हत्याकांड में नया खुलासा हुअा है। गांव के ही वीनू गोप उर्फ विनोद गोप से विवाद चल रहा था। उसने ही अपने चालक निकू गुप्ता और गोलू उर्फ शुभम गोप व अन्य अपराधियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है।
रांची (जासं): धर्मदेव साहू उर्फ गब्बर की हत्या के मामले में पुलिस को चार दिनों के बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। घटना में शामिल एक भी शूटर पकड़ा नहीं जा सका है। इधर अपराधियों के नहीं पकड़े जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। वे एयरपोर्ट थानेदार को हटाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि थानेदार की संदिग्ध भूमिका की वजह से ही हत्या हुई है।
धर्मदेव देव की पत्नी फुलटूसी देवी की ओर से एफआइआर दर्ज कराई गई है। जिसमें बताया गया है कि धर्मदेव का गांव के ही भाजपा नेता वीनू गोप उर्फ विनोद गोप से विवाद चल रहा था। उसने ही अपने चालक निकू गुप्ता और गोलू उर्फ शुभम गोप व अन्य अपराधियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। फुलटूसी देवी के अनुसार धर्मदेव ने पहले ही अंदेशा जताया था कि वीनू उसकी हत्या करना चाहता है। इसके लिए सुपारी भी दे चुका है। इधर हाल में जेल से छूटने के बाद से ही पीछे पड़ा हुआ था। घटना को अंजाम देने में भोला कुमार साहू द्वारा रेकी की गई। स्थानीय लोगों ने जब भोला साहू को पकड़कर पूछताछ की तो उसने बताया कि वीनू गोप के चालक और सहयोगी निकू और गोलू उससे मिले थे और धर्मदेव की गतिविधि की जानकारी देने के लिए कहा था। 30 अप्रैल की शाम 5:30 बजे धर्मदेव को भतीजे की शादी में जाना था। इसके लिए कपड़ा पहनने के लिए घर जाते ही उसे गोलियों से भून डाला गया। इसके बाद पत्थर भी सिर और चेहरे को कूच डाला गया।
अपने घर पर फायरिंग कर दर्ज कराई थी झूठी एफआइआर
एफआइआर में यह भी बताया गया है कि वीनू गोप से विवाद की वजह से झूठे केस में फंसाने के लिए अपने घर पर गोली चलाकर झूठा केस दर्ज करा दिया था। इस मामले में जांच के बाद उल्टे वीनू अवैध हथियार के साथ जेल भेजा गया था। फुलटूसी देवी के बयान पर वीनू गोप उर्फ विनोद गोप, उसके चालक निकू गुप्ता और गोलू उर्फ शुभम के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की गई है। जबकि अन्य अज्ञात अपराधियों को भी आरोपित बनाया गया है।