Jharkhand Loan Recovery: ऋण की नहीं हो पा रही वसूली, बैंकों की हालत खस्ता, 16.59 प्रतिशत लोन खाते एनपीए
Jharkhand Loan Recovery ऋण वसूली में चतरा जिले के बैंकों की हालत पतली है। जून 2021 के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक उनके 16.59 प्रतिशत खाते एनपीए घोषित हो गए हैं। पिछले एक साल के भीतर उनके एनपीए खातों में 10.53 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है।
चतरा {जुलकर नैन} । ऋण वसूली में चतरा जिले के बैंकों की हालत पतली है। जून 2021 के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक उनके 16.59 प्रतिशत खाते एनपीए घोषित हो गए हैं। चिंताजनक विषय यह कि पिछले एक साल के भीतर उनके एनपीए खातों में 10.53 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है। जून 2020 में एनपीए खातों का आंकड़ा 6.06 फीसद ही था, जो जून 2021 में बढ़ कर 16.59 फीसद हो गया है। अग्रणी जिला प्रबंधक कार्यालय में उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि इंडियन बैंक और बैंक आफ इंडिया की हालत सर्वाधिक खस्ता है।
उसके 55.03 फीसद खाते एनपीए घोषित हो गए हैं। जबकि बैंक आफ इंडिया के 33.27 प्रतिशत ऋण खाते एनपीए घोषित हो गए हैं। जून 2020 में बैंक आफ इंडिया के महज 8.71 प्रतिशत ऋण खाते ही एनपीए थे। इस बैंक के एनपीए ऋण खाते में एक साल के भीतर 24.56 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि भारतीय स्टेट बैंक का ऋण वसूली में बेहतर प्रदर्शन रहा है। जून 2020 में उसके 6.31 प्रतिशत ऋण खाते एनपीए थे, जो जून 2021 में घटकर 4.83 फीसद हो गया है।
अर्थात इस बैंक के एनपीए ऋण खाते में 1.48 फीसद की कमी आई है। बाकी बैंकों के एनपीए खातों में कमोबेश बढ़ोतरी ही दर्ज की गई है। एचडीएफसी के एनपीए ऋण खाते में 4.23 फीसद, यूनियन बैंक आफ इंडिया के 10.24 फीसद, पंजाब, नेशनल बैंक के 4.02 फीसद, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के 7.92 फीसद, झारखंड ग्रामीण बैंक के 13.10 फीसद, एसबीआई के 14.45 प्रतिशत, केनरा 19.32 प्रतिशत एवं बीओबी 13.50 प्रतिशत एनपीए घोषित किए हैं।
अग्रिम के विरुद्ध एनपीए की राशि
बैंक का नाम अग्रिम राशि एनपीए राशि एनपीए प्रतिशत
बीओआई 31948.84 99921.21 31.27
स्टेट बैंक 19864.59 958.50 4.83
एचडीएफसी 7445.84 314.75 4.23
यूनियन बैंक 1684.84 172.60 10.24
पंजाब नेशनल 6152.63 247.24 4.02
सेंट्रल बैंक 971.92 77.02 7.92
इंडियन बैंक 918.29 505.36 55.03
झारखंड ग्रामीण 11190.05 1465.48 13.10
आईडीबीआई 854.38 123.47 14.45
केनारा 1055.81 203.98 19.32
बीओबी 580.35 78.35 13.50
एक्सिस 1053.31 00.00 00.00
आईसीआईसी 1504.88 00.00 00.00
कुल 85225.73 14137.96 16.59
स्थिति में सुधार हो रही है। कोरोना के कारण दिक्कत आई थी। ऋण वसूली को लेकर बहुत दबाव नहीं बनाया जा रहा था। द्वितीय या तृतीय तिमाही तक ठीक हो जाने की उम्मीद है।
देवव्रत शर्मा, एलडीएम, चतरा।