बारिश से बचने को बरगद पेड़ के नीचे खड़े थे लोग, वज्रपात से चार की मौत व सात घायल Palamu News
Jharkhand News Palamu News वज्रपात की घटना पलामू हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के शिवा बिगहा की है। घायलों में एक को मेदिनीनगर रेफर किया गया है। यह सभी बारिश से बचने के लिए एक बरगद के पेड़ के नीचे खड़े थे। इसी बीच वज्रपात हो गया।
हुसैनाबाद (पलामू), जासं। पलामू जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में शुक्रवार को हुए वज्रपात से एक बच्ची सहित चार लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार छतरपुर थाना क्षेत्र के इटकदाग निवासी रामाशीष यादव 30 वर्ष की मृत्यु वज्रपात की चपेट में आने से हो गई। बताया जाता है कि वह भैंस चरा रहे थे। तभी बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे छिप गए। यहां वे वज्रपात की चपेट में आ गए।
पांडू थाना क्षेत्र के कजरू खुर्द गांव निवासी बीरेंदर राम की पुत्री सिमरन कुमारी 9 वर्ष की शुक्रवार को वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सिमरन गांव के उत्तर में ईंट भठ्ठे के पास दिन के करीब चार बजे बकरी चरा रही थी। इसी दौरान तेज बारिश के साथ हुए वज्रपात की चपेट में आने से सिमरन कुमारी व उसकी दो बकरियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इससे पहले शुक्रवार को दिन में हुसैनाबाद में वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई थी।
पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के शिवाबीघा गांव से एक किलोमीटर पश्चिम सोन नदी किनारे दिन के तीन बजे बरगद के पेड़ पर वज्रपात हुआ। वज्रपात की चपेट में आने से शिवबीघा के 18 वर्षीय शुभम कुमार व कोठीपर के 60 वर्षीय बुधन यादव की अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गई। वहीं गंभीर रूप से घायल शिवबीघा के 22 वर्षीय रंजीत कुमार को प्रथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए एमएमसीएच मेदिनीनगर रेफर कर दिया गया है।
शिवबीघा के 30 वर्षीय सतेंद्र पासवान, 48 वर्षीय विजेंद्र पासवान, 14 वर्षीय सूरजमल कुमार, 50 वर्षीय ललिता देवी, 55 वर्षीय चानू राम व 54 वर्षीय मोहन पासवान का इलाज हुसैनाबाद के अनुमंडलीय अस्पताल में चल रहा है। वज्रपात की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक संजय कुमार सिंह यादव, हुसैनाबाद के थाना प्रभारी अजय कुमार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के योगेंद्र सिंह, बिनय पासवान, राजकुमार ठाकुर, प्रिंस कुमार अस्पताल पहुंचे और परिजनों को ढाढस बंधाया। इलाज में हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के शिवबीघा गांव से एक किलोमीटर पश्चिम सोन नदी के किनारे उक्त सभी गाय मवेशी चराने गए थे। दिन के लगभग तीन बजे के आस-पास बारिश होने लगी। इससे बचने के लिए सभी लोग वहीं एक बरगद के पेड़ के नीचे खड़े हो गए। तभी वज्रपात हो गई। वज्रपात होने से उक्त सभी उसकी चपेट में आ गए। साथ ही 12 बकरी भी वज्रपात की चपेट में आ गई।