चेक डैम के सहारे नदी पार करने के दौरान बह गए दो लोग, दूसरे दिन पुलिस ने बरामद किया शव Gumla News
Jharkhand News Gumla News गुमला जिले के बिशुनपुर का मामला है। दूसरे दिन ग्रामीणों ने शव की तलाश की। दोनों का शव नदी किनारे से पुलिस ने बरामद किया है। इधर कोयल नदी में डूबे एक और युवक की तलाश जारी है।
गुमला, जासं। गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र में घाघरा व कोटा नदी में दो लोग बह गए। इसमें एक महिला और दूसरा पुरुष है। दोनों का शव एक दिन बाद नदी किनारे से ही पुलिस ने बरामद किया है। पहली घटना बनालात स्थित पुलिया विहीन घाघरा नदी में घटी। यहां कटिया गांव निवासी बलदेव उरांव (55) की मौत नदी में आई बाढ़ में बहने से हो गई। दूसरी घटना थाना क्षेत्र के सातों कोटा नदी में घटी। यहां सावनी देवी (60) की बाढ़ में बह जाने से मौत हो गई।
कटिया गांव निवासी बलदेव उरांव अपने गांव कटिया से सोमवार को बनारी में लगने वाले साप्ताहिक हाट में सामान लेने आया था। लौटने के दौरान वह पुलिया विहीन घाघरा नदी में बने चेक डैम के सहारे नदी पार कर रहा था। उसी दौरान पानी की तेज बहाव बलदेव उरांव को बहा कर अपने साथ ले गई। मंगलवार सुबह पत्नी सनमइत देवी ने पति के घर नहीं पहुंचने की सूचना गांव के लोगों को दी। ग्रामीणों ने घाघरा नदी जाकर शव की तलाश शुरू की। चेक डैम से दो किलोमीटर दूर लीला डेरा नामक स्थान पर नदी के किनारे बालू में पड़े एक शव पर ग्रामीणों की नजर पड़ी।
ग्रामीणों ने जब नजदीक जाकर देखा तो वह बलदेव का शव था। इसकी सूचना बिशनपुर थाना को दी गई। घटना की सूचना मिलने पर दोपहर करीब 12 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेज दिया। जबकि सावनी देवी सोमवार की सुबह घर से विमरला सीमांत अपने खेत में घास निकालने के लिए गई थी। देर शाम तक वह घर नहीं पहुंची तो उसकी भी खोजबीन शुरू हुई। मंगलवार सुबह सातों कोटा नदी किनारे ग्रामीणों ने सावनी का शव देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी।
कोयल नदी में डूबे युवक का तीसरे दिन भी पता नहीं चला
बसिया थाना क्षेत्र के टेंगरा जामटोली गांव निवासी एग्न्यासुस केरकेट्टा उर्फ शनिचर खड़िया रविवार शाम गुमला थाना क्षेत्र के कलिगा गांव से आने के दौरान नदी की तेज धार में बह गया है। नदी में बहे तीन दिन बीत जाने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला है। स्वजन व ग्रामीण एग्न्यासुस की तलाश नदी में कर रहे हैं। ग्रामीण नदी के किनारे-किनारे कई किलोमीटर तक साइकिल से जाकर एग्न्यासुस की तलाश कर रहे हैं।