Jharkhand Electric Supply: रांची में रोज हो रही है दो घंटे की लोड शेडिंग, त्योहारी मौसम में बिजली संकट झेल रहे शहरवासी
Jharkhand Electric Supply त्योहारों के मौसम में भी राजधानी रांची में लगभग 2 घंटे की रोज कटौती की जा रही है। इस कटौती से लोग परेशान हैं। बिजली विभाग रोटेशन के अनुसार लोड शेडिंग कर रहा है। विभिन्न इलाकों में फाल्ट के चलते भी बिजली गुल हो रही है।
रांची,जासं । त्योहारों के मौसम में भी राजधानी रांची बिजली संकट झेल रही है। राजधानी में लगभग 2 घंटे की रोज कटौती की जा रही है। इस कटौती से लोग परेशान हैं। बिजली विभाग रोटेशन के अनुसार लोड शेडिंग कर रहा है। यही नहीं, विभिन्न इलाकों में फाल्ट के चलते भी बिजली गुल हो रही है। राजधानी में इस समय अमूमन 280 मेगावाट बिजली की जरूरत है। लेकिन, इधर कभी 250 तो कभी 260 मेगावाट ही बिजली मिल रही है। इसी के चलते बिजली कटौती हो रही है। वैसे बिजली विभाग ग्रामीण इलाकों में ज्यादा बिजली कटौती कर रहा है। ताकि शहर को अधिक बिजली दी जा सके। सोमवार को रांची के बरियातू, हरमू, कोकर, कांटाटोली, चिरौंधी, बांधगाड़ी, दीपाटोली, हटिया, हवाई नगर, डोरंडा आदि इलाके में बिजली कटौती हुई।
सोमवार को बरियातू के कैसर कालोनी व जोड़ा तालाब इलाके में सुबह 8:00 बजे बिजली नहीं थी। लोगों ने इसकी शिकायत बिजली विभाग के अधिकारियों से की। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बात की तो पता चला कि एक फेज में बिजली नहीं होने की वजह से इलाके के कई घरों में बिजली आपूर्ति ठप है। बाद में इसे ठीक किया गया और लगभग पावर सप्लाई सामान्य हो सकी। इसके बाद लगभग 2:00 बजे फिर बिजली गुल हो गई। इसके अलावा लगभग 9:30 बजे हरमू में 11 केवी लाइन में फाल्ट के चलते बिजली गुल हो गई। लोगों ने इसकी जानकारी कार्यपालक अभियंता को दी। तब जाकर लगभग 10:30 बजे इस इलाके की बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी।
छठ पर अलर्ट रहेंगे बिजली कर्मचारी
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के रांची सर्किल के महाप्रबंधक प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को कार्यपालक अभियंताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्हें निर्देश दिया गया कि शहर में दीपावली तक 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जाए। उन्हें सख्त हिदायत दी गई है कि अब आकस्मिक स्थिति को छोड़कर किसी भी तरह का किसी को शटडाउन नहीं दिया जाए। किसी भी तरह की आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होने पर कार्यपालक अभियंता की अनुमति के बाद ही शटडाउन लिया जा सकेगा। सभी सहायक एवं कनीय विद्युत अभियंता को निर्देश दिया गया है कि वह अपने अपने इलाके के ट्रांसफार्मरों का निरीक्षण करें। कमी पाई जाती है तो उसे दूर करें।