थाने पहुंचे दाे मासूम बच्‍चे और थानेदार से कहा- सर हमारे दोस्तों ने हमें मारा, आप उन्हें जेल भेज दो

Gumla Jharkhand News थानेदार ने तोतली जुबान से बच्‍चों से यह बातें सुनी तो वे भी अवाक रह गए। मामला चैनपुर प्रखंड का है। थानेदार ने बच्‍चों से पूरी बात सुनी और मामले को देखने के लिए घटनास्‍थल पर पहुंचे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 01:51 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 10:32 AM (IST)
थाने पहुंचे दाे मासूम बच्‍चे और थानेदार से कहा- सर हमारे दोस्तों ने हमें मारा, आप उन्हें जेल भेज दो
Gumla Jharkhand News थाने में पुलिस के साथ दोनों बच्‍चे। जागरण

चैनपुर (गुमला), जासं। Gumla Jharkhand News झारखंड के गुमला से एक चौंका देने वाली खबर आई है। यहां लगभग 5 साल दो बच्‍चे पुलिस स्‍टेशन पहुंच गए और न्‍याय मांगने लगे। बच्‍चों ने थानेदार से कहा कि सर, मेरे दोस्‍तों ने मुझे मारा, आप उन्‍हें जेल भेज दो। थानेदार ने तोतली जुबान से बच्‍चों से यह बातें सुनी तो वे भी अवाक रह गए। मामला चैनपुर प्रखंड का है। थानेदार ने बच्‍चों से पूरी बात सुनी और मामले को देखने के लिए घटनास्‍थल पर पहुंचे। पुलिस को वहां कोई नहीं मिला तो वे बच्‍चों को दुलारते हुए उनके घर पहुंचा दिया।

दोनों बच्‍चे खेल-खेल में दूसरे बच्चों के साथ हुए झगड़े को गंभीरता से लेते हुए चैनपुर थाना पहुंच गए। बिना किसी झिझक के थाना में जाकर खड़े हो गए। जब पुलिस ने बच्चों से पूछा कि वे लोग यहां क्यों आए हैं तो बच्चों ने अपनी तोतली जुबां से गुस्से में कहा कि सर, मेरे दोस्तों ने मुझे मारा है, आप उन्हें जेल भेज दो। इतना सुनते ही थाना में मौजूद थानेदार व पुलिसकर्मी हंसने लगे। मासूम ने जब देखा कि पुलिसवाले हंस रहे हैं तो उन्होंने कहा कि आप लोग क्यों हंस रहे है, हमलोगों को न्याय चाहिए। क्या आप उन बच्चों को जेल नहीं भेजेंगे।

थानेदार ने बच्चों की तोतली जुबां से इस तरह की बातें सुनी तो दंग रह गए। इस बार कोई भी पुलिसवाला नहीं हंसा। फिर थानेदार ने किससे झगड़ा होने की बात पूछी तो बच्चों ने पूरी कहानी थानेदार को बताई। पूरी बात सुनकर थानेदार अमित कुमार चौधरी को खुशी हुई कि सोशल पुलिसिंग का असर अब बच्चों पर भी दिखने लगा है। इसके बाद उन दोनों बच्चों को लेकर थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन वहां कोई नहीं था।

तब बच्चों को पुचकार कर वे उनके घर छोड़कर आए। चैनपुर पुलिस द्वारा क्षेत्र में लगातार सोशल पुलिसिंग के तहत कई कार्यक्रम आयोजित कर पुलिस-पब्लिक के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। इतना ही नहीं, घर में जब कोई झगड़ा होता है तो बड़े-बुजुर्ग कहते हैं कि पुलिस के पास चलो, वही मदद करेगा। इन सब बातों का असर चैनपुर के इन दो बच्चियों पर गहरा पड़ गया।

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