महाराष्‍ट्र से रची जा रही झारखंड की सरकार गिराने की साजिश, भाजपा के दो नेता के नाम आए सामने

Conspiracy to Topple Jharkhand Government हेमंत सरकार को अस्थिर करने के आरोप में गिरफ्तार हुए अभिषेक कुमार दुबे ने पुलिस के समक्ष बयान दिया है। महाराष्ट्र भाजपा के दो नेता चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह का नाम उसने लिया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 07:09 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 01:23 PM (IST)
महाराष्‍ट्र से रची जा रही झारखंड की सरकार गिराने की साजिश, भाजपा के दो नेता के नाम आए सामने
Conspiracy to Topple Jharkhand Government हेमंत सरकार को अस्थिर करने के आरोप में गिरफ्तार हुए अभिषेक कुमार दुबे

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। झारखंड सरकार गिराने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस के सामने कई चौंकाने वाली बात बताई है। कहा है कि महाराष्ट्र के कुछ नेताओं ने न सिर्फ पूरी साजिश रची, बल्कि इसका हिस्सा बनते हुए नई दिल्ली से रांची तक उनके साथ सफर भी किया। होटल में भी साथ ही रहे। अमित यादव समेत झारखंड के दो विधायकों को महाराष्ट्र के नेताओं ने कुछ अन्य बड़े नेताओं से भी मिलवाया। इस मामले में गिरफ्तार अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया।

जेल जाने से पहले हुई पूछताछ के दौरान स्वीकारोक्ति बयान में रांची के देवी मंडप रोड निवासी अभिषेक कुमार दुबे ने बताया है कि महाराष्ट्र से आए नेता होटल ली-लैक में रुककर स्थानीय विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात कर रहे थे। इन्हें मैनेज करके सदन में वोटिंग कराकर सरकार गिराने की साजिश रची जा रही थी। होटल ली-लैक में पुलिस की छापेमारी से 15 मिनट पहले ही सभी नेता निकल चुके थे। झारखंड में सरकार गिराने के लिए आवश्यक 12 विधायकों का इंतजाम कर लिए जाने की बात कही जा रही थी और इनमें से तीन-चार के नाम सामने आ भी चुके हैं। शेष आठ विधायकों पर संशय बना हुआ है।

तीन विधायक गए साथ

पुलिस गिरफ्त में अभिषेक ने बताया है कि वह रांची में रहकर टेंडर मैनेज करने का काम करता था। उसे अमित कुमार सिंह ने 15 जुलाई को 2:30 बजे एक एयर टिकट भेजा और बोला कि हम लोगों को दिल्ली चलना है। इंडिगो की फ्लाइट 6:10 बजे थी, जिसका पीएनआर नंबर ओएमजेडएमआरडब्ल्यू है। उसके साथ फ्लाइट में अमित, निवारण महतो और तीन विधायक थे, जिन्हें वह नहीं पहचानता। उनका पीएनआर नंबर आइजीसीटीटूवी है। सभी टिकट महाराष्ट्र के जयकुमार बेलखेड़े उर्फ बालकुंडे के द्वारा अमित कुमार सिंह को भेजे गए थे।

पैसे न मिलने से नाराज होकर वापस लौटे

रांची से साथ गए विधायकों में कोई नोएडा तो कोई झारखंड भवन चले गए। इसके बाद दूसरे दिन सुबह 10 बजे बेलखेड़े, चंद्रशेखर राव बावनकुले, चरण सिंह ने तीनों विधायकों की बड़े नेताओं के साथ मीटिंग कराई। झारखंड के विधायकों को एडवांस में एक करोड़ देने की बात कही गई। लेकिन, पैसा नहीं मिलने से नाराज विधायक 3:55 बजे की फ्लाइट से वापस रांची लौट आए।

विधायकों के आने के बाद भी बेलखेड़े उनके संपर्क में रहे और 21 जुलाई को वे मोहित भारतीय के साथ ढाई बजे की फ्लाइट से रांची पहुंचे। उसी दिन ली-लैक होटल, रांची में आकर ठहरे। उसी होटल से फोन के माध्यम से बार-बार सभी अलग-अलग स्थानीय विधायकों से बात करने की कोशिश की जा रही थी। बेलखेड़े, मोहित भारतीय, आशुतोष ठक्कर और अमित कुमार यादव भी उसी होटल में रुके थे।

मुंबई में भाजपा से जुड़े हैं मोहित भारतीय

मोहित भारतीय पेशे से व्यवसायी हैं। उनका वास्तविक नाम मोहित कांबोज है। मुंबई में इनका सोने-चांदी और रीयल एस्टेट का व्यापार है। वह केबीजे ग्रुप के चेयरमैन हैं। बिहार में एथेनाल उत्पादन की इकाई शुरू करने के लिए उनका ग्रुप योजना बना रहा है। 36 वर्षीय मोहित मुंबई भाजपा के महासचिव और उपाध्यक्ष रह चुके हैं। वह मुंबई में भारतीय जनता युवा मोर्चा और उत्तर भारतीय मोर्चा के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। 2014 में वह मुंबई की ढिंडोशी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं।

चंद्रशेखर बावनकुले का आरोपों से इन्कार

चंद्रशेखर बावनकुले महाराष्ट्र में तीन बार भाजपा के विधायक एवं देवेंद्र फडणवीस सरकार में ऊर्जा मंत्री रह चुके हैं। भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद उन्हें 2019 में पार्टी का टिकट नहीं दिया गया। झारखंड में सरकार को अस्थिर करने संबंधी आरोपों पर उन्होंने कहा कि इससे उनका कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं तो महाराष्ट्र में घूम रहा हूं।

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