जगन्नाथपुर रथ यात्रा मेला को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेगी न्यास कमेटी

ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ यात्रा मेला इस वर्ष 12 जुलाई को निर्धारित है। पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर जगन्नाथपुर मंदिर न्यास कमेटी इस वर्ष रथयात्रा मेला के संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिल कर रथ यात्रा के संबंध में विचार विमर्श करेगी।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 01:52 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 01:52 PM (IST)
जगन्नाथपुर रथ यात्रा मेला को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेगी न्यास कमेटी
जगन्नाथपुर रथ यात्रा मेला को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेगी न्यास कमेटी। जागरण

रांची/तुपुदाना, जासं। ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ यात्रा मेला इस वर्ष 12 जुलाई को निर्धारित है। पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर जगन्नाथपुर मंदिर न्यास कमेटी इस वर्ष रथयात्रा मेला के संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिल कर रथ यात्रा के संबंध में विचार विमर्श करेगी। जगन्नाथपुर मंदिर न्यास कमेटी के सचिव चंद्रकांत राय पत ने मुख्यमंत्री के आप्तसचिव को पत्र लिखकर न्यास कमेटी के शिष्टमंडल के साथ बैठक करने के लिए समय निर्धारित करने की मांग की है।

ऐतिहासिक रथयात्रा मेला के संबंध में न्यास कमेटी के सचिव चंद्रकांत रायपत ने बताया कि पूरे देश में कोरोना महामारी को लेकर इस वर्ष भी ऐतिहासिक रथयात्रा मेला को लेकर मुख्यमंत्री से मिलकर ही निर्णय लिया जाएगा कि मेला लगेगा या नहीं। भगवान जगरनाथ स्वामी, बलभद्र स्वामी एवं माता सुभद्रा का मौसी बाड़ी जाने का कार्यक्रम किस तरह से होगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री से मिलने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। पिछले वर्ष 2020 में भी कोरोना महामारी को लेकर जगन्नाथपुर का ऐतिहासिक रथ यात्रा मेला नहीं लगा था। जगरनाथपुर रथयात्रा मेला में लाखों की भीड़ जुटती है।

साथ ही, राज्य के बाहर अन्य प्रदेशों के लोग भी रथयात्रा मेला में जुटते हैं। आसपास के ग्रामीणों का हुजूम रथ यात्रा मेला में जुटता है। दूर-दूर से झूले, मौत का कुआं, सर्कस, मिठाई की दुकानें, मछली मारने के जाल, कुमनी, झारखंडी वाद्य यंत्र जैसे नगाड़े मांदर ,ढोल, तुरही पारंपरिक हथियार जैसे बलुआ, तलवार, तीर धनुष, कृषि यंत्र हल, कुदाल ,बेलचा ,फार आदि बहुतायत में लोग खरीद कर अपने अपने घरों में ले जाते हैं। साथ ही रोजमर्रा की चीजों के साथ साथ खेल तमाशे और खिलौने बेचने वाले लोगों का भी बरसात भर की कमाई रथयात्रा मेला से हो जाती थी। लोगों में इस बात की काफी उत्सुकता है कि इस बार रथ यात्रा मेला लगेगी या नहीं। अभी सरकार के द्वारा जगरनाथपुर मंदिर न्यास कमेटी के द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

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