कार्तिक पूर्णिमा पर स्वर्णरेखा में हजारों लोगों ने लगाई डुबकी

कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को प्रात काल स्वर्णरेखा समेत जलशयों में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 03:21 AM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 06:16 AM (IST)
कार्तिक पूर्णिमा पर स्वर्णरेखा में हजारों लोगों ने लगाई डुबकी
कार्तिक पूर्णिमा पर स्वर्णरेखा में हजारों लोगों ने लगाई डुबकी

जागरण संवाददाता, रांची, नामकुम: कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को प्रात: काल स्वर्णरेखा समेत जलशयों में आस्था की डुबकी लगाने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने सूर्य देव व भगवान नारायण को अ‌र्घ्य देकर सुख समृद्धि की कामना की। नजदीक के मंदिर में पूजा अर्चना के बाद यथा संभव दान-दक्षिणा दिया। सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओं एवं बच्चों की थी। दिन में ब्राह्माण भोजन भी कराये गए। कई ने अपने घर में सत्यानारायण भगवान की पूजा करायी। सामूहिक कथा का श्रवण किया। प्रसाद बांटे गए। बोड़ेया स्थित श्रीमदन मोहन मंदिर, बालाजी मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर सहित अन्य देवालयों में देर शाम तक लोग पूजा के लिए आते रहे। इसी के साथ पवित्र कार्तिक मास स्नान का समापन हुआ।

ब्रह्मांडनायक की हुई नक्षत्र आरती

रातू रोड बालाजी मंदिर में विशेष अनुष्ठान हुए। सुबह छह बजे भगवान बालाजी का विश्वरूप दर्शन कराया गया। अखिल ब्रह्मांडनायक की नक्षत्र आरती उतारी गई। लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कुंभ आरती और जगत को सुवासित करने की कामना से भगवान को कर्पूर की आरती उतारी गई। वैदिक मंत्रोच्चार से स्तवन किया गया। खीर, पकौड़ी, फल मेवा आदि का भोग निवदेन कर प्रसाद बांटे गए। प्रथम पूजा के उपरांत सुबह सात बजे मंदिर का कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। बालाजी के दर्शन को दिन भर श्रद्धालु आते रहे। सर्वमंगल की कामना से विष्णुसहस्त्रनामार्चना कराया। संध्या आरती के बाद भगवान का शयन कराया गया। मौके पर मुख्य रूप से रामअवतार नारसरिया, सुशील लोहिया, अनूप अग्रवाल, प्रदीप नारसरिया, रामवृक्ष साहू, रंजन सिंह, अमित रंजन, माधुरी मिश्रा, किरण देवी, जय सिंह शांति देवी आदि उपस्थित थे।

सुबह चार से लगने लगी थी भीड़

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर केतारी बागान स्थित स्वर्णरेखा नदी में हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। मंगलवार की सुबह चार बजे से ही नदी तट पर श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो गया था। जैसे-जैसे दिन होता गया नदी में स्नान करने वालों की भीड़ बढ़ती गई। श्रद्धालुओं ने स्वर्णरेखा के जल को पवित्र गंगा जल मान उसमें स्नान किया। स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान भुवन भास्कर को अ‌र्घ्य दिया। कथा सुनने के बाद श्रद्धालुओं ने इक्किशो महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। कार्तिक पूर्णिमा को लेकर नदी और मंदिर के आसपास मेला लगा था। मेला में चाट, फुचका के ठेले, गन्ना, बच्चों के खिलौने, पूजन सामग्री की दर्जनों दुकानें लगी थीं। पूजन सामग्री की दुकानों में महिलाओं की भीड़ रही। वहीं, चाट-फुचका एवं गन्ने की दुकानों में युवक-युवतियां जुटे थे।

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सुविधा के लिए समितियों ने लगाया शिविर

मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वर्णकार संघ, स्वर्णरेखा उत्थान समिति, दरिद्र नारायण भोज समिति, शिव मंदिर निर्माण समिति के सदस्यों ने शिविर लगाया था। श्रद्धालुओं की सेवा में समिति के छत्रधारी महतो, गौतम देव, नंद किशोर, प्रिंस राज सहित अन्य लोग लगे थे।

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