मानसून डिस्टेंस साइकिलिग चैलेंज में प्रतिभागियों ने दिखाया दम

रांची के साइकिल मेयर कनिष्क पोद्दार के नेतृत्व में शहर के विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 02:07 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 06:14 AM (IST)
मानसून डिस्टेंस साइकिलिग चैलेंज में प्रतिभागियों ने दिखाया दम
मानसून डिस्टेंस साइकिलिग चैलेंज में प्रतिभागियों ने दिखाया दम

जागरण संवाददाता, रांची : रांची के साइकिल मेयर कनिष्क पोद्दार के नेतृत्व में शहर के विभिन्न साइकलिग क्लबों के बीच मॉनसून डिस्टेंस चैलेंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें रांची साइक्लिग क्लब, साइकिल दोस्त, पेडल पॉवर्स और एनसाइक्लपीडिया क्लब से जुड़े कई प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में चैलेंज को तीन वर्ग में बंटा गया था। लेवल एक में 250 किलोमीटर, लेवल दो में 500 किलोमीटर और लेवल तीन में 750 किलोमीटर की दूरी 15 दिनों में तय करनी थी। चैलेंज में प्रतिभागियों को उनकी फिटनेस के आधार पर अपना लेवल स्वयं चुनने का विकल्प दिया गया था। चैलेंज में कुल 81 साइकिल चालकों ने हिस्सा लिया। इसमें से 50 साइकिल चालकों ने 250 किलोमीटर, 22 साइकिल चालकों ने 500 किलोमीटर और 9 साइकिल चालकों ने 750 किलोमीटर लेवल में भाग लिया था। सभी ने मिलकर कुल 30250 किलोमीटर साइकिल चलाई। चैलेंज में सबसे उम्रदराज 72 वर्षीय युवा प्रतिभागी आरपी शाही ने अपने जुझारू प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने निर्धारित 15 दिन में 286 किलोमीटर का सफर तय किया। उनकी सबसे लंबी सवारी 35 किलोमीटर की थी, जो उन्होंने रिग रोड, बालसिरिग में ब्लू पॉन्ड तक साइकिल चलाकर पूरी की। इस चैलेंज में महिला प्रतिभागी आकांक्षा भगत, कनिका मल्होत्रा, दिव्या मल्होत्रा और पूजा बायनाई में भी उपस्थिति दर्ज कराई। आकांक्षा भगत ने 12 वें दिन ही चुनौती पूरी कर ली। उनकी सबसे लंबी सवारी 46 किलोमीटर की रही। जिसमें वह गंगा घाट, रांची तक जाकर वापस लौटती थीं। चैलेंज में अजीत कुमार सिंह ने 15 दिनों में 1695 किलोमीटर की दूरी तय की। इसी तरह जी हरिहरन ने एक दिन में अधिकतम 211 किलोमीटर और अरिंदम विश्वास एक दिन में 204 किलोमीटर की दूरी तय कर सबका ध्यान खींचा। चैलेंज में शामिल 81 प्रतिभागियों में से 47 प्रतिभागियों ने अपने लेवल की चुनौती पूरी की सभी को रांची, झारखंड के साइकिल मेयर, कनिष्क पोद्दार ने प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। इस अवसर पर कनिष्क पोद्दार ने कहा कि इस चैलेंज के आयोजन का उद्द्देश्य था लॉकडाउन के दौरान लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करना था। साइकिल की सवारी को नियमित जीवन में भी अपनाने की जरूरत है। यह स्वस्थ जीवनशैली के लिए एक महत्वपूर्ण कारक साबित हो सकता है। इस आयोजन को देखकर अन्य लोगों में भी साइकिल चलाने की इच्छा को मजबूती मिली है।

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च लेंज से बढ़ा साइकिल का क्रेज

मॉनसून चैलेंज ने लोगों के बीच साइकिल का रोमांच बढ़ा दिया है। रांची में दो नए साइकिलिग क्लब पैडल पॉवर्स और एनसाइक्लपीडिया का गठन हुआ है। विगत दो महीने में रांची साइक्लिग क्लब से 100 नए प्रतिभागी जुड़े हैं। इतना ही नहीं, रांची शहर में साइकिल स्टोर पर पूछताछ और नई साइकिल की बिक्री में भी तेजी आई है।

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