मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा- संक्रमण काल में भी कर रहे थे चिंतन, अब दिख रहा नतीजा
ओरमांझी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हुनर की कमी नहीं है उचित प्लेटफार्म मिलने से रोजगार मिलेगा। वह टेक्सटाइल कंपनियों के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। कहा कि झारखंड में हुनरमंद युवक युवतियों की कमी नहीं है।
रांची, (राज्य ब्यूरो) : रांची जिले के ओरमांझी में चार टेक्सटाइल कंपनियों के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत डेढ़ साल पूरे देश-दुनिया के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। उद्योग जगत में अभी भी कुछ ङ्क्षचताएं व्याप्त हैं। लेकिन संक्रमण काल में जब लोग अपने-अपने घरों पर बंद थे, तब राज्य सरकार लगातार ङ्क्षचतन और मंथन में लगी थी। लाकडाउन रूपी बादल जैसे-जैसे छंटने लगे, वैसे ही हमारी सरकार ने गतिविधियों में तेजी लाने का निरंतर प्रयास किया। उन्होंने कपड़ा कंपनियों की नई इकाइयों में दो हजार रोजगार दिए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह संक्रमण काल में की गई तैयारियों का परिणाम है। राज्य में टेक्सटाइल पालिसी सहित अन्य रोजगारपरक गतिविधियों के दायरे को बढ़ाया जा रहा है।
झारखंड में हुनरमंद युवक-युवतियों की कोई कमी नहीं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में हुनरमंद युवक-युवतियों की कोई कमी नहीं है। उचित प्लेटफार्म नहीं मिलने के कारण यहां के युवक-युवतियां रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर भटकते थे। सरकार की सोच है कि राज्य के युवाओं के हुनर का उपयोग कर उन्हें रोजगार से जोड़ें तथा उनके हुनर को सम्मान दें। मुख्यमंत्री ने किशोर एक्सपोट््र्स यूनिट का परिभ्रमण भी किया तथा वहां कार्यरत कर्मियों से उनका हालचाल जाना एवं उत्पादन से संबंधित जानकारी भी हासिल की।
कार्यक्रम में ये लोग भी थे मौजूद
इस अवसर पर खिजरी विधायक राजेश कच्छप, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, उद्योग सचिव पूजा सिंंघल उद्योग निदेशक जितेंद्र कुमार सिंह, रांची के उपायुक्त छविरंजन, औद्योगिक क्षेत्र कुल्ही एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड के निदेशक सुधीर ढिगरा, अरविन्द टेक्सटाइल कंपनी के सीईओ अंकुर त्रिवेदी एवं मैट्रिक्स टेक्सटाइल कंपनी के एचआर हेड बीएन झा सहित अन्य नियोक्ता मुख्य तौर पर उपस्थित थे।
रोजगारपरक योजनाओं को धरातल पर उतारने का हो रहा प्रयास
इस अवसर पर उद्योग सचिव पूजा सिंंघल ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर उद्योग विभाग द्वारा निरंतर रोजगारपरक योजनाओं पर फोकस किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वैसे उद्योगों को धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है जिनमें अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके। लाकडाउन के पहले तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल जैसे राज्यों में काम कर रही महिलाओं को रोजगार का भरोसा दिया गया था और उसे पूरा किया गया। आने वाले छह महीनों में टेक्सटाइल क्षेत्र में काम करने वाले 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है।