पलामू मेडिकल कॉलेज में हर दिन हो सकेगी डेढ़ हजार सैंपल की जांच

मुख्यमंत्री ने पलामू में नवनिर्मित वायरोलॉजी और कोविड-19 प्रयोगशाला का किया ऑनलाइन उद्घाटन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 01:42 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 01:42 AM (IST)
पलामू मेडिकल कॉलेज में हर दिन हो  सकेगी डेढ़ हजार सैंपल की जांच
पलामू मेडिकल कॉलेज में हर दिन हो सकेगी डेढ़ हजार सैंपल की जांच

राज्य ब्यूरो, रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को पलामू मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित वायरोलॉजी और कोविड-19 प्रयोगशाला का ऑनलाइन उद्घाटन किया। इस प्रयोगशाला की क्षमता कोविड-19 के डेढ़ हजार सैंपल प्रतिदिन जांचने की है। इस लैब को छह सप्ताह के सीमित समय में तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने अत्याधुनिक प्रयोगशाला को पलामू मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द करते हुए कहा कि इस प्रयोगशाला के संचालन में कभी भी सरकार के सहयोग की जरूरत पड़े तो सरकार सहयोग देने के लिए कटिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह प्रयोगशाला पलामू एवं आस-पास क्षेत्र के लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। कहा, कोरोना संक्रमण के इस दौर में बंदी का माहौल है और ऐसे माहौल में भी पलामू में भव्य प्रयोगशाला स्थापित करने की चुनौती से निपटा गया है। राज्य में प्रयोगशाला कम होने के कारण रिम्स इत्यादि जगहों पर सैंपल जांच के लिए काफी भीड़ होती है परंतु जैसे-जैसे प्रयोगशालाओं का दायरा बढ़ेगा, लोगों को उन्हीं के क्षेत्र में जांच रिपोर्ट मिलेगी।

सीएम ने कहा, राज्य सरकार ने संक्रमण के शुरुआती दिनों से ही तेज गति से काम करना प्रारंभ किया है। शुरुआती दौर में लगभग 20 से 25 दिन हमें कोविड-19 टेस्ट के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ा था, परंतु राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते हुए शीघ्र ही तीन प्रयोगशाला स्थापित कर जांच कार्य प्रारंभ की है।

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संताल परगना में आधुनिक प्रयोगशाला जल्द :

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही संताल परगना में भी एक अत्याधुनिक कोविड-19 जांच प्रयोगशाला का शुभारंभ किया जाएगा। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि राज्य वासियों को बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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प्रत्येक जिले में ट्रूनेट मशीन :

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्तमान समय में कोविड-19 की तत्काल जांच के लिए जिलों में ट्रूनेट मशीन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ट्रूनेट मशीन का दायरा बढ़ाकर प्रखंड स्तर में भी जांच सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।

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अन्य राज्यों के अपेक्षा झारखंड ने किया अच्छा काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जैसे ही नई सरकार बनी, हम कोरोना संक्रमण में उलझ गए। यह एक बड़ी चुनौती थी। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के साथ संक्रमण के हर पहलुओं पर नजर रखी गई। यही वजह है कि अन्य पड़ोसी राज्यों के मुकाबले आज हम संक्रमण को नियंत्रित करने में अच्छा कार्य कर पा रहे हैं।

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सभी दिशाओं में आगे बढ़ रही है सरकार

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार हर दिशा में आगे बढ़ रही है। राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी उपस्थित थे।

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प्रयोगशाला की खास बातें

- इसे आइसीएमआर की गाइडलाइन के अनुरूप इसे तैयार किया गया है। 1500 स्क्वायर मीटर में स्थापित इस लैब में प्रतिदिन 1000 से 1500 सैंपल की जांच होगी। यह लैब 45 दिनों में बनकर तैयार हुई है। यह बायोसेफ्टी लैबल-2 लैब है, जो निगेटिव प्रेशर के साथ है। कई तकनीकी उपकरण हैं जिसके माध्यम से कम समय में ज्यादा जांच संभव हो सकेगा।

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