एएनएम, जीएनम को छोड़ सभी अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मी गए हड़ताल पर
रांची स्थायीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलनरत एनआरएचएम अनुबंध पारा मेडिकल कर्मी बुधवार से हड़ताल पर चले गए। हालांकि हड़ताल में राज्य की एएनएम तथा जीएनएम शामिल नहीं हुईं जबकि अनुबंध पर कार्यरत आयुष चिकित्सक लैब तकनीशियन तथा अन्य एनआरएचएम कर्मी हड़ताल पर रहे।
रांची : स्थायीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलनरत एनआरएचएम अनुबंध पारा मेडिकल कर्मी बुधवार से हड़ताल पर चले गए। हालांकि हड़ताल में राज्य की एएनएम तथा जीएनएम शामिल नहीं हुईं, जबकि अनुबंध पर कार्यरत आयुष चिकित्सक, लैब तकनीशियन तथा अन्य एनआरएचएम कर्मी हड़ताल पर रहे। इनके हड़ताल पर जाने से कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने से लेकर जांच व अन्य कार्य प्रभावित हुए हैं। इससे पहले कर्मियों ने मंगलवार को सांकेतिक रूप से हड़ताल की थी।
अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को जिला मुख्यालयों में सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। रांची में सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे कर्मियों से रांची जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने हड़ताल वापस लेने का अनुरोध भी किया, लेकिन संघ के पदाधिकारी स्वास्थ्य सचिव के साथ वार्ता करने को लेकर अड़े रहे। अधिकारियों ने इस दौरान कोरोना आपदा का हवाला देते हुए कार्रवाई की चेतावनी भी दी, परंतु अनुबंध कर्मियों पर कोई असर नहीं पड़ा। इधर स्वास्थ्य विभाग भी हड़ताल पर गए कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
बताते चलें कि झारखंड एनएचएम एएनएम, जीएनएम संघ ने अपनी मांगों पर सकारात्मक विचार करने के लिए राज्य सरकार को गुरुवार तक का समय दिया है। सकारात्मक आश्वासन नहीं मिलने के बाद ये भी हड़ताल पर चली जाएंगी। बता दें कि अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों की मुख्य मांगों में स्थायीकरण, ओडिशा, बिहार, हरियाणा आदि राज्यों की तर्ज पर अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि, ईपीएफ, ईएसआइ तथा आयुष्मान भारत योजना का लाभ तथा कार्य के दौरान अनुबंध मृत्यु होने पर आश्रित को नौकरी तथा एकमुश्त मुआवजा आदि शामिल है।