नई श‍िक्षा नीत‍ि के अनुरूप स्‍कूली बच्‍चों को पढ़ाने का हुनर सीखेंगे श‍िक्षक

कोडरमा ज‍िले में 651 विद्यालयों के 1302 शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण। बच्चों की भावनाओं को समझने टीम वर्क पर होगा काम। ज‍िला श‍िक्षा पदाध‍िकारी ने इस संबंध में बताया क‍ि केंद्र सरकार के न‍िर्देश पर यह कदम उठाया जा रहा है। इससे श‍िक्षक अपडेट होंगे।

By M EkhlaqueEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 03:30 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 03:30 PM (IST)
नई श‍िक्षा नीत‍ि के अनुरूप स्‍कूली बच्‍चों को पढ़ाने का हुनर सीखेंगे श‍िक्षक
झारखंड के सरकारी स्‍कूलों में पढ़ने वाले गरीब छात्र। जागरण

कोडरमा (संवाद सहयोगी) : नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा तीन तक के हर विद्यार्थी को बुनियादी संख्या का ज्ञान दिया जाएगा। इन्हें पढऩे-लिखने व प्रभावी संवाद में निपुण किया जाएगा। प्रोजेक्ट कार्य, प्रश्नोत्तरी, रोल प्ले, मौखिक-लिखित प्रस्तुतीकरण जैसी गतिविधियों में बच्चों को शामिल किया जाएगा। बच्चों की भावनाओं को समझने व अभिव्यक्त करने, टीम वर्क, शारीरिक विकास आदि की दिशा में भी काम किया जाएगा। फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी के तहत प्री स्कूलिग को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।

विभाग की ओर से इस योजना को धरातल पर उतारने का काम हो रहा है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की राज्य परियोजना निदेशक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी व डीएसई को पत्र प्रेषित किया है। इसमें कहा गया है कि शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से कक्षा एक से तीन के बच्चों के लिए फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस कार्यक्रम पर प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक कक्षा में अध्यापन करने वाले शिक्षकों के सर्वांगीण विकास एवं निरंतर क्षमतावद्र्धन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से निष्ठा-एफएलएन 3.0 प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।

प्राथमिक कक्षा के शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण

सभी प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक प्रखंड से चार मास्टर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण राज्य स्तर पर किया जाएगा। मास्टर प्रशिक्षक अपने प्रखंड में प्रत्येक प्राथमिक विद्यालयों के दो-दो शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। फरवरी 2022 तक सभी तरह के प्रशिक्षण को पूर्ण किया जाएगा। जिले में प्रखंडवार मास्टर प्रशिक्षकों के चयन के लिए प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। मास्टर प्रशिक्षक के चयन में पूर्व में आयोजित निष्ठा प्रशिक्षण में कार्य किए प्रशिक्षकों को उनके अनुभव के आधार पर प्राथमिकता दी जा सकती है। प्रशिक्षकों का चयन इस प्रकार से करना है कि वह अपने समूह के लिए सदैव उपलब्ध रहे। प्रशिक्षण स्थल की गुणवत्ता को ध्यान रखना आवश्यक है। प्रत्येक प्रशिक्षण कक्ष में लैपटाप, प्रोजेक्टर, ध्वनि यंत्र, बोर्ड आदि की व्यवस्था रहेगी। प्रशिक्षण स्थल की व्यवस्था एवं निगरानी के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान कोविड 19 से संबंधित गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा।

651 प्राथमिक विद्यालयों के 1302 शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण

उधर जिला शिक्षा पदाधिकारी कोडरमा अलका जायसवाल ने कहा क‍ि जिले के 651 प्राथमिक विद्यालयों के 1302 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी कार्यक्रम के तहत बच्चों में पढऩे व लिखने की क्षमता विकसित की जाएगी। नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा तीन तक के प्रत्येक विद्यार्थी को बुनियादी संख्या का ज्ञान दिया जाएगा। इन्हें पढऩे-लिखने व प्रभावी संवाद में निपुण किया जाएगा। प्रोजेक्ट कार्य, प्रश्नोत्तरी, रोल प्ले, मौखिक, लिखित प्रस्तुतीकरण जैसी गतिविधियों में बच्चों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना के तहत बुनियादी शिक्षा को मजबूत किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी