शिक्षकों पर समाज को दिशा देने का है अहम दायित्व : राज्यपाल

यदि शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं दी गई तो देश का कल्याण असंभव है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 07:00 AM (IST)
शिक्षकों पर समाज को दिशा देने का है अहम दायित्व : राज्यपाल
शिक्षकों पर समाज को दिशा देने का है अहम दायित्व : राज्यपाल

जासं, रांची: यदि शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं दी गई तो देश का कल्याण असंभव है। शिक्षा मनुष्य के विकास के लिए परम आवश्यक है। जिस देश के बच्चे शिक्षित होंगे वही देश विकसित होगा। ये बातें राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने रविवार को रांची विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस पर आयोजित गुरु वंदन पर्व के आयोजन के अवसर पर कही। रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने राज्यपाल को बुके, शॉल एवं स्मृति चिन्ह देकर एवं अभिनंदन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रगान एवं रांची विश्वविद्यालय के कुलगीत के बाद दीप जलाकर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।

राज्यपाल ने देश के द्वितीय राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुए कहा कि 1965 में इनके सम्मान में शिक्षक दिवस की संकल्पना की गई थी। उन्होंने कहा कि यह दिवस आत्मनिरीक्षण का अवसर है। कहा कि राधाकृष्णन का मत था कि उचित शिक्षा से ही समाज में मौजूद समस्याओं का समाधान हो सकता है जिसके लिए अपने शिक्षक की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षक रचनाकार हैं एवं उनपर ही समाज को दिशा प्रदान करने का अहम दायित्व है। उन्होंने राधाकृष्णन के विचार को दुहराते हुए कहा कि यदि शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं दी गई तो लोकतंत्र में सभी प्रयोग असफल होंगे। उनके इन्ही शब्दों को व्यवहारिक रूप में आत्मसात करने की जरूरत है।

कार्यक्रम में कुलपति डा कामिनी कुमार ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 133 वीं जयंती है। वे हम शिक्षकों के प्रेरणा स्त्रोत हैं। उन्होंने रांची विश्वविद्यालय द्वारा कोरोना काल में किए गए कार्यों का संक्षिप्त विवरण दिया। बताया कि विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन समय पर आयोजित कर उनके परिणाम भी घोषित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में राज्यपाल द्वारा रांची विश्वविद्यालय के न्यू•ा बुलेटिन का लोकार्पण किया। विश्वविद्यालय हिदी विभाग अतीत और वर्तमान नामक पुस्तक का भी लोकार्पण किया जिसके लेखक विश्वविद्यालय हिदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डा जंग बहादुर पांडेय हैं। राज्यपाल ने रांची विश्वविद्यालय के अवकाश प्राप्त शिक्षकों का सम्मान शॉल, पौधा देकर किया। सम्मानित होने वालों में पूर्व कुलपति डा रमेश कुमार पांडेय, पूर्व कुलपति डा रमेश शरण, डा सरस्वती मिश्रा, डा संजय मिश्र, डा सतीश चंद्र गुप्ता, डा के सी प्रसाद, डा एस एन एल दास आदि शामिल हैं।

कार्यक्रम में कुलपति डा कामिनी कुमार ने अवकाश प्राप्त शिक्षकों के पास जाकर उनका वंदन करते हुए शाल एवं पौधा देकर सम्मानित किया जिसमें मुख्य रूप से डा एस एन सिंह, डा पी के वर्मा, डा एल जी एस एन शाहदेव, डा उदय कुमार, डा अभिजीत दत्ता, डा रामेश्वर साहू, डा उमाशंकर शर्मा, डा रामलाल, डा रेणु दीवान, डा रेणुका ठाकुर, डा एन के केसरी सहित 70 प्राध्यापक शामिल हैं।

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