Suicide Case : केतारी बागान में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, राजधानी में बढ़ रही आत्महत्या की घटनाएं

राजधानी रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के केतारी बागान में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। राजधानी में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं। ज्यादातर मामलों में पुलिस यूडी केस दर्ज कर लेती है और मामले की जांच दफन हो जाती है।

By Sanjay Kumar SinhaEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 03:37 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 03:37 PM (IST)
Suicide Case : केतारी बागान में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, राजधानी में बढ़ रही आत्महत्या की घटनाएं
Suicide Case : केतारी बागान में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, राजधानी में बढ़ रही आत्महत्या की घटनाएं

रांची जासं। राजधानी रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के केतारी बागान में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है। जिस युवक ने फांसी लगाई है। उसका नाम प्रियांशु है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पता लगाया जा रहा है कि प्रियांशु ने किस कारण से अपनी जान दे दी है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना की सच्चाई पता चलेगी।

अभी तक प्रियांशु के परिवार वालों ने नामकुम थाने में किसी भी तरह का आवेदन नहीं दिया है। इसलिए अभी तक इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। पुलिस कर्मियों का कहना है कि पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। अगर परिजनों को किसी बात का कोई संदेह है तो वह थाने में आवेदन दे सकते हैं। पुलिस मामले की जांच करेगी। परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए रिम्स पहुंच गए हैं। रिम्स में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है।

राजधानी में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं:

गौरतलब है कि राजधानी में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं। शनिवार की रात को ही जेल में एक उग्रवादी ने आत्महत्या कर ली थी। कुछ दिन पहले डोरंडा में एक महिला ने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी थी। आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में पुलिस यूडी केस दर्ज कर लेती है और मामले की जांच दफन हो जाती है।

जानकारों का मानना है कि आत्महत्या की कुछ घटनाएं संदिग्ध भी होती हैं। पुलिस अगर मन लगाकर जांच करे तो इसमें कई तथ्य उभरकर सामने आ सकते हैं। कई मामलों में लोग हत्या करने के बाद शव को फांसी से लटका देते हैं। ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके। मामले की जांच नहीं होने पर आरोपित बच जाते हैं। लोगों का मानना है कि अगर किसी मामले में किसी ने हत्या कर इसे आत्महत्या का रूप दिया है तो जांच कर आरोपित को जेल भेजने से घटनाओं पर अंकुश लगेगा।

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