रूपा तिर्की को न्याय दिलाने के लिए दिया धरना
विभिन्न आदिवासी संगठनों की ओर से रूपा तिर्की न्याय मोर्चा के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, रांची: विभिन्न आदिवासी संगठनों की ओर से रूपा तिर्की न्याय मोर्चा के बैनर तले राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। रूपा तिर्की न्याय मोर्चा के बैनर में आदिवासी छात्र संघ, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् रांची, बिरसा सेना, झारखंड युथ क्रिश्चियन एसोशिएसन, आदिवासी एकता मंच नामकुम एवं रांची के विभिन्न सरना समिति शामिल थे। धरना के माध्यम से सभी संगठनों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए मांग रखी कि मामले की सीबीआइ जांच कराई जाए। रूपा तिर्की के मृत शरीर का फिर से पोस्टमार्टम कराया जाए। साथ ही रूपा के परिजनों व न्याय मांगने वाले लोगों पर दर्ज फर्जी मुकदमा वापस लिया जाएं। ज्ञात हो कि थाना प्रभारी के रूप में कार्यरत रूपा तिर्की का शव बरामद किया गया था। परिजनों की ओर से आरोप लगाया जाता रहा है कि रूपा तिर्की की हत्या की गई। उसने आत्महत्या नहीं की।
सीएम से नगर पालिका भवन न्यायाधिकरण बनाने की मांग
मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नगरपालिका भवन न्यायाधिकरण गठन करने की मांग की गई है। इसके लिए मेयर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार अतिक्रमण के नाम पर गरीबों के आशियाने उजाड़ रही है। मेयर का कहना है कि गरीबों को नोटिस देकर सिर्फ खानापूरी की जा रही है। जबकि, राज्य सरकार को झारखंड न्यायपालिका अधिनियम-2011 की धारा-442 के तहत नगरपालिका भवन न्यायाधिकरण का गठन किया जाना है ताकि नगर आयुक्त द्वारा जिन भवनों को अवैध घोषित किया जा रहा है, उनके मालिक नगर आयुक्त के निर्णय के विरुद्ध नगरपालिका भवन न्यायाधिकरण में अपील कर सकें।