बच नहीं पाएंगे निजी प्रैक्टिस करने वाले रिम्‍स के डॉक्‍टर, निगरानी को बनी स्पेशल विजिलेंस टीम Ranchi News

Jharkhand. हाई कोर्ट की टिप्पणी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने विशेष निगरानी समिति बनाई है। निजी प्रैक्टिस करते पाए जाने पर रिम्स के चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 12:32 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 12:32 PM (IST)
बच नहीं पाएंगे निजी प्रैक्टिस करने वाले रिम्‍स के डॉक्‍टर, निगरानी को बनी स्पेशल विजिलेंस टीम Ranchi News
बच नहीं पाएंगे निजी प्रैक्टिस करने वाले रिम्‍स के डॉक्‍टर, निगरानी को बनी स्पेशल विजिलेंस टीम Ranchi News

रांची, जासं। स्वास्थ्य विभाग ने रिम्स के डॉक्टरों द्वारा की जा रही प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए विभागीय विशेष सचिव की अध्यक्षता में स्पेशल विजिलेंस यूनिट का गठन किया गया है। इस टीम में स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी अध्यक्ष, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के उप निदेशक सूचना को सदस्य और स्वास्थ्य निदेशालय नामकुम के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एलएन प्रदीप बाड़ा को सदस्य बनाया गया है।

विजिलेंस टीम प्राइवेट प्रैक्टिस से संबंधित सभी बिंदुओं पर जांच करेगी। टीम को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टरों की पहचान और उन्हें रंगे हाथों पकडऩे का निर्देश दिया गया है। बता दें कि रिम्स के चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस मामले में हाई कोर्ट भी सख्त है। हाई कोर्ट ने भी कई बार प्राइवेट प्रैक्टिस पर लगाम लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और रिम्स निदेशक को फटकार लगा चुकी है।

हाई कोर्ट के आदेश के बाद ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह विजिलेंस समिति का गठन किया गया है। इस संबंध में रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा भेजा गया पत्र मिला है। उन्होंने कहा कि रिम्स के चिकित्सकों के प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए वे भी कई बार कोशिश कर चुके है। छापेमारी में कई डॉक्टरों को पकड़ा भी गया है। इसके बाद हिदायत देकर उन्हें एक मौका दिया गया था। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर अब भी किसी प्रकार की शिकायत मिलती है तो विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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