मिल्लेट्स फसलों को वैश्विक स्तर पर विशेष महत्व : कुलपति

जासं रांची बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आइसीएआर) नई दिल्ली के

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 07:32 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:32 AM (IST)
मिल्लेट्स फसलों को वैश्विक स्तर पर विशेष महत्व : कुलपति
मिल्लेट्स फसलों को वैश्विक स्तर पर विशेष महत्व : कुलपति

जासं, रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आइसीएआर), नई दिल्ली के निर्देश पर कर्टेन रेजर आफ इंटरनल ईयर आफ मिल्लेट्स 2023 पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में किया गया। इस वर्चुअल माध्यम कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम को ऑडिटोरियम में मौजूद सैकड़ो लोगों ने देखा और सुना। इस अवसर पर बीएयू के कुलपति डा. ओंकार नाथ सिंह के आलावा जन प्रतिनिधियों में रांची के सांसद संजय सेठ एवं कांके के विधायक समरी लाल की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के बाद बीएयू कुलपति ने झारखंड राज्य में मिल्लेट्स फसलों की संभावना पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डा. ओंकार नाथ सिंह ने कहा कि मिल्लेट्स फसलों को वैश्विक स्तर पर विशेष महत्व दिया जा रहा है। यूएनओ द्वारा घोषित इंटरनल ईयर आफ मिल्लेट्स 2023 में भारत की अग्रणी भूमिका होगी। झारखंड राज्य में मिल्लेट्स फसलों की खेती को बढ़ावा देकर ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा एवं पोषण सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकता है। मौके पर मौजूद रांची के सांसद संजय सेठ ने ऑडिटोरियम में मौजूद किसानों को विभिन्न सब्जी फसलों एवं मड़ुआ के उन्नत बीज का वितरण किया गया।

अरगोड़ा में सड़क पर सांसद और विधायक ने रोपा धान

राजधानी के अरगोड़ा चौक और इसके आसपास जलभराव की स्थिति काफी खराब है। कई दिनों से जलभराव हो रहा है। लेकिन प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इस पर सांसद संजय सेठ और विधायक नवीन जायसवाल ने अरगोड़ा के पास सड़क पर जलभराव में धान रोपा और इस तरह उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि यहां जलभराव से लोग काफी परेशान हैं। जब बरसात होती है। तो सड़क पर पानी भर जाता है। और लोगों का आवागमन बाधित हो जाता है।

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