अमेरिका की तरह बच्चों के इलाज के लिए विशेष मॉडल राज्य में होगा लागू : बन्ना गुप्ता

बन्ना गुप्ता ने कहा कि बाल चिकित्सकों के साथ बड़ों के डाक्टर मिलकर लड़ेंगे तीसरी लहर से। जासं रांची कोरोना

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 08:05 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:05 AM (IST)
अमेरिका की तरह बच्चों के इलाज के लिए विशेष मॉडल  राज्य में होगा लागू  : बन्ना गुप्ता
अमेरिका की तरह बच्चों के इलाज के लिए विशेष मॉडल राज्य में होगा लागू : बन्ना गुप्ता

बाल चिकित्सकों के साथ बड़ों के डाक्टर मिलकर लड़ेंगे तीसरी लहर

जासं, रांची : कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सदर अस्पताल में मंगलवार को पेडियाट्रिक आइसीयू और एचडीयू वार्ड मरीजों के लिए खोल दिया गया। इसमें छोटे बच्चों को भर्ती कर इलाज हो सकेगा। वार्ड में 28 बेड का पेडियाट्रिक आइसीयू और 24 बेड एचडीयू हैं।

वार्ड का उद्घाटन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि शिशु रोग विशेषज्ञों के साथ-साथ अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों को एक साथ बच्चों के इलाज में लगाया जा सकता है। शिशु रोग और मेडिसिन के डाक्टरों के साथ बैठक कर एक रूप रेखा तय की जाएगी। अमेरिका में जिस प्रकार कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान डाक्टरों के आपसी तालमेल में काम किया गया वैसा ही मॉडल यहां लागू कर बच्चों का इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के चाइल्ड केयर यूनिट को मजबूत बनाया जाएगा। पीआइसीयू वार्ड खुलने से कोविड महामारी के संक्रमण से पीड़ित गंभीर बच्चों को वेंटिलेटर की सुविधा मिल पाएगी। उ

द्घाटन समारोह पर प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, सिविल सर्जन डा विनोद कुमार समेत राउंड टेबल संस्था और 41 ऐसर क्लब ऑफ इंडिया के मनप्रीत सिंह, अनिरुद्ध आदि मौजूद थे।

चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढ़ना है :

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जानता को स्वास्थ्य के संबंध में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े, इसके प्रति हम सभी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में जुटे हुए हैं। इस महामारी के समय में जनता की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। कहा, चिकित्सा क्षेत्र को आगे बढ़ाना है। निजी अस्पतालों को पीएस ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने होंगे :

स्वास्थ्य प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि तीसरी लहर की आशंका के बीच राज्य भर के अस्पताल में व्यवस्था बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन निजी अस्पतालों में 50 बेड भी है उन्हें पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करनी होगी। बच्चों को समय पर उचित इलाज मिल सके, इसे लेकर भी प्रयास किया जा रहा है। सूबे में 69 ऑक्सीजन प्लांट भी लगवाए जा रहे। सिविल सर्जन डा विनोद कुमार ने बताया कि इन सभी नए बेड पर मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाएगा। तीसरी लहर को लेकर बेड खाली नहीं रहेंगे। जिन बच्चों को इलाज की जरूरत होगी उनका यहां इलाज किया जाएगा।

आइसीयू पर लोड होगा कम :

सदर अस्पताल में मौजूद आइसीयू पर से लोड कम होगा। कम गंभीर मरीजों को एचडीयू में इलाज किया जाएगा। तबीयत ज्यादा गंभीर होने पर ही आइसीयू में शिफ्ट किया जाएगा।

मिला सम्मान :

सदर अस्पताल में कार्यरत डा. अजीत को उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। डा. अजीत ने कहा कि कोरोना काल में उनकी सेवा को सम्मान मिलने से मनोबल और ऊंचा हुआ है।

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