रेल कर्मियों को राहत, दक्षिण पूर्व रेलवे को मिले रेमडेसिविर इंजेक्शन के 720 डोज

कोरोना से लड़ रहे रेल कर्मियों और उनके परिजनों के लिए खुशखबरी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेलवे बोर्ड की मांग पर भारतीय रेल के सभी जोन में कुल 7500 रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने की इजाज़त दे दी है। यह रेमडेसिविर इंजेक्शन सिपला कंपनी से खरीदे जाएंगे।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 12:05 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 12:05 PM (IST)
रेल कर्मियों को राहत, दक्षिण पूर्व रेलवे को मिले रेमडेसिविर इंजेक्शन के 720 डोज
क्षिण पूर्व रेलवे को मिले रेमडेसिविर इंजेक्शन के 720 डोज। जागरण

रांची, जासं । कोरोना से लड़ रहे रेल कर्मियों और उनके परिजनों के लिए खुशखबरी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेलवे बोर्ड की मांग पर भारतीय रेल के सभी जोन में कुल 7500 रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने की इजाज़त दे दी है। यह रेमडेसिविर इंजेक्शन सिपला कंपनी से खरीदे जाएंगे। रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के महाप्रबंधक को निर्देश दिया है कि वह अपनी तरफ से आवंटन के हिसाब से सिपला कंपनी को रेमडेसिविर इंजेक्शन का ऑर्डर दे दें।

रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक( स्टोर ) एस के वर्मा ने सभी जोन के महाप्रबंधक को भेजे पत्र में इसकी जानकारी दी है। दक्षिण पूर्व रेलवे जोन को रेमडेसिविर के 720 डोज खरीदने की अनुमति दी गई है। रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने के बाद दक्षिण पूर्व रेलवे जोन अपने चारों मंडल चक्रधरपुर, खड़गपुर, आद्रा और रांची में किसे आवंटित कर देगा रेमडेसिविर इंजेक्शन का लाभ कोरोना से लड़ रहे कर्मियों को मिलेगा।

ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमण के इलाज में कारगर इंजेक्शन के लिए मरीजों के परिजनों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। वहीं दूसरी तरफ कालाबाजारी के चलते यह इंजेक्शन आसानी से उपलब्ध नही था। रेलवे बोर्ड के इस फैसले का दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस ने स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ रहे रेलकर्मी और उनके परिजनों के लिए ये निर्णय वरदान से कम नही है। मेंस कांग्रेस के कार्यवाहक महासचिव शशि मिश्रा के अनुसार रेलवे बोर्ड ने जिस तरह रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने का अधिकार जोनल रेलवे को दिया है, उसी प्रकार रेलवे के फ्रंटलाइन वर्कर के लिए वैक्सीन खरीदने का अधिकार भी ज़ोन को दिया जाना जरूरी है।

रेलवे हॉस्पिटल में दो रेल कर्मियों की मां की कोरोना से मौत

रेलवे हॉस्पिटल में कोरोना से मौत का सिलसिला जारी है। गुरुवार को दो रेल कर्मियों की मां की कोरोना से मौत हो गई। इसके बाद जिला प्रशासन की निगरानी में दोनों महिलाओं का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गौरतलब है कि रांची रेल मंडल के 300 से अधिक रेलकर्मी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। अब तक 13 रेल कर्मियों की मौत हो चुकी है।

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