जन्मदिन: सोनाक्षी के पिता शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा इसलिए आया करते थे झारखंड के पलामू
भारतीय सिनेमा के मशहूर कलाकार शत्रुघ्न सिन्हा का नानी घर झारखंड के डालटनगंज में है। उनका बचपन यहां गुजरा है। वह अपने मामा के घर आते रहे हैं। यहां की राजनीति से भी उनका गहरा लगाव रहा है।यही वजह है कि यहां उनके नाम से फैंस क्लब भी था।
पलामू, (तौहीद रब्बानी) : बहुत कम लोगों को यह मालूम होगा कि अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा के पिता शत्रुघ्न सिन्हा का झारखंड के पलामू से भी गहरा रिश्ता रहा है। बालीवुड में शॉटगन के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा का आज गुरुवार 9 दिसंबर को जन्मदिन है। वर्ष 1945 में आज ही के दिन उनका जन्म हुआ था। आज न केवल पलामू, बल्कि झारखंड के अन्य जिलों में भी उनके चाहने वाले उन्हें शिद्दत से याद कर रहे हैं।
इस मशहूर भारतीय अभिनेता और राजनेता का रिश्ता आखिर किस तरह से यहां की माटी से जुड़ा है, इसे जानने के लिए हमें लौटना होगा अतित के हसीन सफर में। पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर (डालटनगंज) शहर के जिला स्कूल चौक के निकट 1970-80 के दशक में शहर के चर्चित होमियोपैथिक चिकित्सक डा गिरेंद्र सिन्हा उर्फ गिरिन बाबू का घर है।
डा गिरेंद्र सिन्हा लगते थे रिश्ते में मामा
होमियोपैथिक चिकित्सक डा गिरेंद्र सिन्हा उर्फ गिरिन बाबू बालीवुड के इस मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के रिश्ते में मामा लगते थे। इसलिए अभिनेता बनने से पहले शत्रुघ्न सिन्हा का यहां आना जाना होता था। उन्हें यहां की माटी और अपने मामा के घर से बेहद लगाव था। जब भी मौका मिलता अपने मामा के घर पहुंच जाते। मानों यहां की माटी उन्हें स्वयं खींच लाती हो। वैसे माम का घर बचपन में हर बच्चे को प्यारा लगता है। आकर्षित करता है।
अभिनेता बनने के बाद आए केवल एक बार
अभिनेता बनने के शुरूआती दौर में भी शत्रुघ्न सिन्हा यहां आ चुके हैं, लेकिन महज एकबार ही। उस समय को याद करते हुए आस-पड़ोस के लोग बताते हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा एक बार अपने मामा गिरिन बाबू के यहां चंद घंटे के लिए आए थे। चूंकि वह एक मशहूर अभिनेता बन चुके थे, इसलिए उनके पास समय का अभाव था। लेकिन अच्छी बात यह रही कि अभिनेता बनने के बाद भी उन्हें मामा घर याद रहा।
बचपन का थोड़ा समय डालटनगंज में भी गुजरा
लोग बताते हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा के बचपन का थोड़ा समय डालटनगंज में भी गुजरा है। शहर के मोहन सिनेमा बस स्टैंड के निकट स्थित जगत कुटीर उनका नानिहाल था। आज जगत कुटीर झामुमो का जिला कार्यालय बन गया हैं। यहां पर पार्टी की गतिविधियां संचालित होती हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के साथ 1986 में आए थे
24 मार्च 1986 को शत्रुघ्न सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के साथ डालटनगंज आए थे। उस समय पलामू बिहार का एक जिला था। झारखंड नहीं बना था। यहां के तत्कालीन जय जवान संघ के सचिव भुनेश्वर प्रसाद वर्मा उर्फ भानु बाबू अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बहुत अच्छे मित्र थे।
भुनेश्वर प्रसाद वर्मा को नहीं मिला टिकट तो हो गए थे नाराज
सूर्यमणि सिंह को डालटनगंज विधानसभा चुनाव में वर्ष 1995 में जब भाजपा का टिकट मिला, तो शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा के शीर्ष नेताओं से नाराज हो गए। वह चाहते थे कि भुनेश्वर प्रसाद वर्मा को डालटनगंज विधानसभा से चुनाव लड़ाया जाए। दिवानगी का आलम यह रहा कि शत्रुघ्न सिन्हा के नाम से डालटनगंज में वर्षों तक शत्रुघ्न सिन्हा फैंस क्लब का संचालन होता रहा। इसके अध्यक्ष प्रेम श्रीवास्तव और सचिव संजीव नयन थे।
मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर में परिवार के साथ किया पूजा
संजीव नयन बताते हैं कि उन्होंने गुरुवार को शत्रुघ्न सिन्हा को जन्मदिन की बधाई देने के लिए जब फोन किया तो वह मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर में अपने पूरे परिवार के साथ पूजा करने पहुंचे थे। संजीव नयन कहते हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा आज भी पलामू का हालचाल लेते रहते हैं। वह उन्हें भगिना के रूप में मानते हैं। यहां शत्रुघ्न सिन्हा के सबसे करीब प्रदीप गुप्ता भी हैं।