रांची में मुठभेड़, पीएलएफआई एरिया कमांडर कुंवर सहित छह उग्रवादी धराए
Jharkhand News रांची के खरसीदाग ओपी क्षेत्र के बायोडायवर्सिटी पार्क के पीछे पुलिस और उग्रवादियों में मुठभेड़ के बीच छह उग्रवादी दबोचे गए हैं। इनमें पीएलएफआई का एरिया कमांडर कुंवर उरांव उर्फ जयदीप उर्फ जैना भी शामिल है।
रांची/ तुपुदाना, जेएनएन । रांची के खरसीदाग ओपी क्षेत्र के बायोडायवर्सिटी पार्क के पीछे पुलिस और उग्रवादियों में मुठभेड़ के बीच छह उग्रवादी दबोचे गए हैं। इनमें पीएलएफआई का एरिया कमांडर कुंवर उरांव उर्फ जयदीप उर्फ जैना भी शामिल है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में पुलिस की एक विशेष टीम ने बायोडायवर्सिटी पार्क के पीछे छापेमारी की। टीम को डीएसपी नीरज कुमार लीड कर रहे थे। इस दौरान पुलिस को देख उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि पुलिस ने घेराबंदी कर वहां से उग्रवादियों को दबोच लिया। हालांकि पुलिस ने इन उग्रवादियों की गिरफ्तारी की अधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
हाल में दर्जनों से मांगी गई थी रंगदारी, घटना को अंजाम देने की फिराक में थे
जानकारी के अनुसार हाल में दर्जनों लोगों से रंगदारी की मांग की गई थी। इनमें जिन कारोबारियों द्वारा रंगदारी की रकम नहीं दी गई। उनके खिलाफ किसी घटना को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही थी। इसकी गुप्त सूचना पुलिस को मिलने के बाद खरसीदाग ओपी इलाके के बायोडायवर्सिटी पार्क के पीछे स्थित एक अर्धनिर्मित मकान में छापेमारी की गई। जहां सभी मिलकर बैठक कर रहे थे। कुंवर उरांव हाल में ही जेल से छूटा है। वह पुनई उरांव के साथ इलाके में सक्रिय रह रहा था। पुनई के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पूरे इलाके में संगठन का विस्तार कर रहा था। संगठन के लिए छोटे-बड़े सभी तरह के कारोबारियों से लेवी की वसूली की जा रही थी।
वर्ष 2019 में पकड़ा गया था कुंवर, जेल से छूटकर फिर था सक्रिय
वर्ष 2019 में एरिया कमांडर कुंवर को दबोचा गया था। कुंवर के साथ नगड़ी के गडग़ांव निवासी मंगरा उरांव और खूंटी आजाद नगर निवासी तौसीफ अनवर भी पकड़ा गया था। कुंवर उर्फ जैना ने नगड़ी इलाके में कोल साइडिंग करने वाले बाबू खान की हत्या की थी। बाबू से कुंवर ने लेवी मांगी थी। इसपर उसने देने से मना कर दिया था। इसी वजह से उसे मौत के घाट उतार दिया था। वर्ष 2012 के 23 नवंबर को लापुंग में सम्राट गिरोह के दिलीप साहू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय वह संगठन में नया जुड़ा था। वर्चस्व के लिए उसने साहू को रास्ते से हटा दिया था। 12 अक्टूबर को लापुंग में ही सुकरा उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या कर पर्चा छोड़ा था। जिसमें हत्या की जिम्मेदारी ली थी। इधर, जेल से छूटकर फिर संगठन के लिए सक्रिय हो गया था। संगठन के लिए लगातार लेवी वसूल रहा था।
केला स्टोर के मैनेजर से रंगदारी में भी थे शामिल
नगड़ी इलाके में केला स्टोर के मैनेजर साहिल खान उर्फ रोमी से पांच लाख की रंगदारी मांगने के अलावा कई मामलों में इन उग्रवादियों की संलिप्तता है। तुपुदाना के क्रशर संचालकों से भी इसी दस्ते की ओर से लगातार रंगदारी मांगी जा रही थी। हाल में एक क्रशर व्यवसायी से भी रंगदारी की मांग की गई थी। खरसीदाग ओपी इलाके में इन उग्रवादियों द्वारा लगातार लेवी वसूली जा रही थी। बताया जा रहा है कि पिस्टल के साथ एक अपराधी पहले पकड़ा गया। उसी की निशानदेही पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसने उग्रवादियों के जुटने की खबर दी। इसके बाद वहां पुलिस ने छापेमारी की, तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग भी की। लेकिन पुलिस द्वारा घेराबंदी करने की वजह से वे पकड़े गए।