कैमरे की नजर से देखिए गुमला जिले में कहां किस तरह से लोगों ने कोरोना मृतकों को दी श्रद्धांजलि
कोरोना काल में अपनों को खोने का दुख भला कोई कैसे भुला सकता है। यह पीड़ा ताउम्र सालती रहेगी। यह वही महसूस कर सकते हैं जिन्होंने अपने प्रिय को खो दिया है। खून के रिश्ते भले न हों आत्मीय रिश्ते रखने वाले भी इसे शिद्दत से महसूस कर सकते हैं।
गुमला (संवाद सहयोगी)। सोमवार की सुबह 11 बजे मानों गुमला पूरी तरह ठहर सा गया था। उत्साह और उमंग के साथ जो जहां था, वहीं पर खड़ा हो गया। दो मिनट का मौन रखकर कोरोना मृतकों को श्रद्धांजलि देने में जुट गया। इसके बाद ही लोगों ने कामकाज पुन: शुरू किया। शहर से गांव तक एक जैसा मंजर दिखा। सरकारी कार्यालय हो या स्कूल, अस्पताल हो या अंचल कार्यालय, हर जगह लोग मौन धारण किए नजर आ रहे थे। आइए कुछ तस्वरों के जरिए देखने की कोशिश करते हैं कि कहां किस तरह से लोगों ने श्रद्धांजलि पेश की-
यह गुमला जिले के डुमरी प्रखंड का सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। यहां दैनिक जागरण की पहल पर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सोमवार की सुबह 11 बजे दो मिनट मौन रखकर कोरोना मृतकों को श्रद्धांजलि दी। इसके पश्चात कर्मचारियों ने कहा कि पूरा देश-समाज महामारी के इस दौर में पीड़ितों के साथ एकजुट होकर खड़ा है। कोविड नियमों का पालन कर हमें कोरोना संक्रमण को हराना है। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने लोगों से टीकाकरण कराने की अपील की। यह भी कहा कि हर आदमी एक दूसरे को टीकाकरण के लिए प्रेरित करे।
यह तस्वीर है गुमला जिले के रायडीह प्रखंड क्षेत्र के संत अन्ना बालिका उच्च विद्यालय मांझा टोली की। यहां स्कूल की प्रधानाध्यापिका सिस्टर अल्बिना ललिता बखला के नेतृत्व में स्कूल की सभी सिस्टर ने कोरोना मृतकों के लिए दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। सिस्टर अल्बिना ललिता बखला ने दैनिक जागरण की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस आयोजन से कोरोना के शिकार हुए लोगों के परिवार वालों को संबल मिलेगा। उन्हें महससू होगा कि दुख और विपदा की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है।
यह तस्वीर है गुमला जिले के डुमारी प्रखंड सह अंचल कार्यालय की। घड़ी की सूई ने जैसे ही सुबह के 11 बजने का संकेत दिया, सभी कर्मचारी एक जगह एकत्र हो गए। उनका सिर श्रद्धा के साथ कोरोना मृतकों के सम्मान में झुक गया। मन और आत्मा से इन कर्मचारियों ने मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कर्मचारियों ने कहा कि कोविड नियमों का पालन कर हम कोरोना को हरा सकते हैं। कोरोना ने भले ही समाज को बुरी तरह से प्रभावित किया है, पर इससे घबराने की जरूरत नहीं है, इसे परास्त करने के लिए एकजुटता दिखाने की जरूरत है। हर व्यक्ति संकल्प ले कि टीका लगवाएगा और बढ़चढ़ कर पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधा लगाएगा।
यह तस्वीर है गुमला जिले के रायडीह प्रखंड के सुदूर खुर सुता गांव की। यहां स्वतंत्रता सेनानी टाना भगत के परिवार के लोगों ने कोरोना मृतकों को अपने पारंपरिक वेश भूषा में दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर लोगों ने कहा कि झारखंड का हर नागरिक दुख की इस घड़ी में कोरोना प्रभावित लोगों के साथ खड़ा है।
यह तस्वीर है गुमला जिले के डुमरी प्रखंड क्षेत्र स्थित बैंक ऑफ इंडिया कार्यालय की। यहां बैंक कर्मचारियों ने सुबह के 11 बजते ही काम काज छोड़ दिया। पहले दो मिनट का मौन रखा। कोरोना के शिकार हुए लोगों को मौन श्रद्धांजलि दी। इसके बाद ही दोबार काम शुरू किया। बैंक कर्मचारियों ने कहा कि बैंक परिवार कोरोना पीड़ितों के परिवार के साथ एकजुट होकर खड़ा है।
गुमला जिले के भरनो प्रखंड के करंज थाना परिसर में भी सोमवार सुबह 11 बजे थाना प्रभारी आशीष भारती के नेतृत्व में पुलिस कर्मचारियों ने दैनिक जागरण की पहल पर सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया। इस दौरान दो मिनट मौन रखकर कोरोना में मृत आत्माओं के लिए प्रार्थना की।
गुमला जिले के पालकोट प्रखंड के पकरटोली गांव में महिला विकास मंडल की अध्यक्ष सुसेना लकड़ा के नेतृत्व में ग्रामीण महिलाओं ने भी दो मिनट मौन रखकर कोरोना मृतकों को श्रद्धांजलि दी। यह इलाका जिला मुख्यालय से काफी दूर है। यहां ग्रामीण महिलाओं का जज्बा देखते ही बन रहा था।
गुमला जिले के रायडीह प्रखंड क्षेत्र के शंख मोड़ मांझा टोली स्थित जामा मस्जिद में अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर गफ्फार खान की अगुवाई में कोरोना मृतकों की याद में शोक सभा आयोजित की गई। इस्लाम धर्म के मानने वालों ने मृतकों के लिए अल्लाह की बारगाह में दुआ की। मृतकों के परिवार वालों को दुख सहन करने की शक्ति देने की दुआ मांगी।
उधर, गुमला जिले के रायडीह प्रखंड कार्यालय में प्रखंड विकास पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में प्रखंड के कर्मचारियों ने कोरोना मृतकों को श्रद्धांजलि दी। सभी कर्मचारियों ने सुबह 11 बजे प्रखंड परिसर में दो मिनट का मौन रखा। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रशासन कोरोना पीड़ित परिवार के साथ है।