ब्‍लैक फंगस से रिम्‍स रांची में दूसरी मौत, स्टेरॉयड के अधिक सेवन से बढ़ रहा खतरा Ranchi News

Black Fungus RIMS Ranchi News Jharkhand Samachar मरीज की रिपोर्ट में ब्लैक फंगस से संक्रमित होने की बात कही गई। इसके बाद रिम्स में भर्ती कराया गया था। उनकी एक आंख की रोशनी चली गई थी। आज मौत हो गई।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:23 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 05:42 PM (IST)
ब्‍लैक फंगस से रिम्‍स रांची में दूसरी मौत, स्टेरॉयड के अधिक सेवन से बढ़ रहा खतरा Ranchi News
Black Fungus, RIMS Ranchi News, Jharkhand Samachar उनके एक आंख की रोशनी चली गई थी।

रांची, जासं। Black Fungus, RIMS Ranchi News, Jharkhand Samachar झारखंड में कोरोना महामारी के बाद ब्लैक फंगस पांव पसारने लगा है। रिम्स में आज ब्लैक फंगस से दूसरी मौत हो गई है। पीस रोड के रहने वाले राणा गोराई की मौत आज रिम्स में हो गई। तीन दिन पहले इन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया था। उससे पहले वे कोरोना संक्रमित थे और इलाज के बाद निगेटिव हुए थे। ठीक होने पर समस्या हुई तो मेडिका में जांच कराया। रिपोर्ट में ब्लैक फंगस से संक्रमित होने की बात कही गई।

इसके बाद रिम्स में भर्ती कराया गया था। उनकी एक आंख की रोशनी चली गई थी। शनिवार को उनकी मौत हो गयी। रिम्स क्रिटिकल केयर के इंचार्ज ने बताया कि ब्लैक फंगस से रिम्स में दूसरी मौत हुई है। वहीं रिम्स के पीआरओ डॉ. डीके सिंह ने बताया कि शुक्रवार तक ब्लैक फंगस के चार मरीज भर्ती थे। वहीं निजी अस्पताल मेडिका में पांच मरीज भर्ती हैं।

दो अन्य लोगों की जा चुकी है जान

रिम्स में शनिवार को इन दो मौतों के अलावा गुरुवार को रांची के मेडिका में और धनबाद में भी एक-एक मरीजों की मौत हुई थी। ब्लैक फंगस के अब तक पूरे राज्य में 20 से अधिक मरीज मिलने की बात सामने आई है। बता दें कि ब्लैक फंगस वैसे लोगों में पाया जा रहा जो कोरोना संक्रमण से ठीक हुए हैं और हाई शुगर से पीड़ित हैं।

स्टेरॉयड के अधिक सेवन से बढ़ रहा खतरा

विशेषज्ञ डॉ. अनिदया अनुराधा ने बताया कि‍ ब्‍लैक फंगस अधिकतर वैसे लोगों में पाया जा रहा है जो हाल ही में कोविड संक्रमण से मुक्त हुए हैं और जिनका शुगर लेवल काफी अधिक है। स्टेरॉयड के अधिक सेवन के कारण भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी हाल में शुगर को बढ़ने नहीं देना है।

'स्टेरॉयड के इस्तेमाल से मरीजों में ऐसी समस्या हो रही है। हालांकि इससे संक्रमण नहीं फैल रहा है। कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में यह पाया गया है। ऐसे कुछ मामले मिले हैं। हम कोशिश करेंगे कि जल्द हमारे वैज्ञानिक इसपर काबू पाने के लिये नई चीजों का आविष्कार करें।' -बन्ना गुप्ता, स्वास्‍थ्‍य मंत्री, झारखंड।

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